|शंकर सुमन|28 अगस्त 2013|
प्रशासन की पहल पर आज मुरलीगंज के बेंगा नदी से कई
दिनों से शाम के समय उठ रहे धुएं की सच्चाई बताने मधेपुरा से विशेषज्ञ मुरलीगंज
पहुंचे. हालांकि आज नदी से धुंआ उठता विशेषज्ञ तथा अन्य लोगों को नहीं दिखाई दिया.
पर ऐसी
घटना को सामान्य सी बात बताते हुए मुरलीगंज पुलिस द्वारा मुहैया कराए लाउडस्पीकर
पर विश्वविद्यालय
रसायनशास्त्र के स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष डा० नरेश यादव ने कहा
कि सल्फर, सोडियम युक्त मिनरल्स या पेट्रोलियम के वोलेटाइल तत्व एक्सोथार्मिक
रिएक्शन के उपरान्त वाष्प या धुएं के रूप में निकल सकते है. इससे घबराने वाली बात
बिलकुल नहीं है. ये कोई दैवीय प्रकोप नहीं है. ये एक सामान्य रासायनिक प्रतिक्रिया
है.
उधर
जीएसआई (जिओलौजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया) को जब इसकी सूचना दी गई तो जीएसआई की ओर से
कहा गया कि यदि धुएं निकलना जारी रहा तो जीएसआई की टीम जांच के लिए मुरलीगंज पहुँच
सकती है.
हालांकि
आज भी लोगों की बड़ी भीड़ मुरलीगंज के बेंगा नदी के आसपास जमी रही और लोग कौतूहलवश
वहां से हटने का नाम नहीं ले रहे थे.
धुंआ उठने का कारण
जो भी हो, इसमें अंधविश्वास पालने जैसी कोई बात नहीं है, पर यदि ये घटना लगातार
होती रही तो भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल होगा और भगदड़ जैसी स्थिति होने पर
घटनाक्रम अलग मोड़ ले सकती है. हालांकि आज धुआं नहीं दिखाई देने से कई लोगों ने
राहत की सांस ली. जाहिर सी बात है, यदि धुआं उठना फिर से शुरू होता है तो मामले को
भूगर्भशास्त्र से सम्बंधित विशेषज्ञों की टीम को बुलाना ही श्रेयस्कर होगा.
बेंगा नदी पर विशेषज्ञ ने किया संबोधित: जीएसआई कर सकती है जांच
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 28, 2013
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