“मजदूर नहीं, मालिक हैं आप, मजदूर तो हमलोग हैं”- न्यायाधीश

 |वि० सं०| 02 मई 2013|
आप अपने को मजदूर नहीं कहिये, आप नहीं हैं मजदूर, मजदूर तो हमलोग हैं जो बंधन में काम कर रहे हैं, आप मालिक हैं. यदि आप समस्या में हैं तो कारण आपकी अशिक्षा है. आज मजदूर दिवस पर आप संकल्प लें कि अपने बच्चों को शिक्षित करेंगे. आप नहीं होंगे तो लोग घर नहीं बना सकेंगे.
      बुधवार को समाहरणालय परिसर में मजदूर दिवस के अवसर पर मधेपुरा न्यायालय के न्यायिक दंडाधिकारी अविनाश कुमार मजदूरों की बड़ी सभा को संबोधित करते हुए उनका हौसला बढ़ा रहे थे.
      जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तहत मजदूर दिवस पर आयोजित शिविर में न्यायिक दंडाधिकारी ने मजदूरों को उनके अधिकारों और उनसे जुड़े नियमों को विस्तार से बताया. मौके पर मौजूद प्रभारी सहायक गुलाब प्रसाद यादव ने भी मजदूरों को उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागृत होने को कहा.
      इस अवसर पर जिला मजदूर संघ के अध्यक्ष सीताराम पंडित भी उपस्थित थे.
“मजदूर नहीं, मालिक हैं आप, मजदूर तो हमलोग हैं”- न्यायाधीश “मजदूर नहीं, मालिक हैं आप, मजदूर तो हमलोग हैं”- न्यायाधीश Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 02, 2013 Rating: 5

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