महाशिवरात्रि की
पूर्व संध्या पर आज सिंघेश्वर में श्रद्धालुओं को नशामुक्ति का सन्देश देने के लिए
एक अदभुत झांकी निकाली गई. दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से निकाली गई झांकी
के माध्यम से नशापान करने वाले युवाओं को सन्देश देने का प्रयास किया गया कि नशा
एक बुरी लत है जो व्यक्ति को खुद और साथ में उसके परिवार को भी तबाह कर सकता है.
संस्थान के स्वामी यादवेन्द्र आनन्द ने
मधेपुरा टाइम्स को जानकारी देते हुए बताया कि यह संस्थान श्री श्री आशुतोष जी
महाराज के सञ्चालन में चल रहा है और इस संस्थान के कई सामजिक कार्यों में से एक है
नशा उन्मूलन. इसके तहत महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर कोसी के तीन जिलों सहरसा,
मधेपुरा तथा सुपौल में आज इस तरह की झांकी निकाली जा रही है. उन्होंने श्री आशुतोष
जी महाराज का यह सन्देश युवाओं को सुनाया कि लोगों की यह आम धारणा बिलकुल ही गलत
है कि भगवान शिव भांग का नशा करते थे. शिव शक्ति का रूप हैं जो विश्व के उद्धार
कार्य में लगे थे. उनके द्वारा नशापान की बात सोची भी नहीं जा सकती है.
सैंकडों मोटरसायकिल सवार के साथ निकाली गई
झांकी लोगों के बीच कौतूहल का केन्द्र बना रहा.
नशामुक्त महाशिवरात्रि मनाने के लिए निकाली झांकी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 09, 2013
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