तो क्या शरद यादव झूठ बोल रहे हैं????

वि० सं०/03/10/12
मधेपुरा में मंच पर शरद-नीतीश
अधिकार यात्रा के दौरान गत 28 सितम्बर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने की जानकारी मधेपुरा के सांसद शरद यादव को नहीं थी. शरद जब अचानक मधेपुरा आये तो उन्हें पता चला कि यहाँ मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की घोषणा महीने के शुरुआत में ही हो चुकी थी, पर हमारे सांसद को इस बात की जानकारी किसी ने भी नहीं दी? क्या जब वे दिल्ली में रहते हैं तो उन्हें यहाँ के अपने किसी प्रतिनिधि से बात नहीं होती है? क्या आपको शरद यादव की इन बातों पर भरोसा हो रहा है???
            यदि आपको इन बातों पर यकीन नहीं है तो आप खुद सुन लीजिए हमारे उस वीडियो को जिसमे शरद यादव ने खुद कहा कि उन्हे पता ही नहीं था कि मधेपुरा में मुख्यमंत्री जी का प्रोग्राम है, वे यहाँ अचानक आ गए.
            शरद की इन बातों पर शायद कम लोग ही भरोसा कर सकें. आगे वे ये भी कहते हैं कि यहाँ जो काम करता है, जो सेवा करता है, जो सच बोलता है, मधेपुरा में उसी की इज्जत होती है. तो क्या मानें, शरद ये बात सचमुच सच बोल रहे हैं ?
            बहुत से लोगों की मानें तो सांसद शरद यादव ने मधेपुरा की अपेक्षित सेवा नहीं की. रेल और बिजली के मुद्दे पर लोग हमेशा शरद यादव को कोसते रहे हैं. बदहाल मधेपुरा के लोग आज बदतर रेल सेवा के कारण निर्वासित जिंदगी जी रहे हैं. ट्रेन को सहरसा से मधेपुरा तक विस्तारित करना उनके लिए मुश्किल काम नहीं है और न ही सुपौल की तरह मधेपुरा की बिजली व्यवस्था को सुधारना उनसे बाहर है. जिला व्यापार संघ के उपाध्यक्ष मो० इम्तियाज ने तो यहाँ तक कहा था कि बादशाह की तरह आते हैं और हिटलर की तरह चले जाते हैं हमारे सांसद.
   और अब सांसद का ये कहना कि उन्हें मुख्यमंत्री के मधेपुरा में कार्यक्रम की भी जानकारी नहीं थी, से क्या ये अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि अपने संसदीय क्षेत्र के प्रति उनकी क्या रुचि है ? या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि शरद और नीतीश में दूरी बढ़ गयी है और दोनों अलग-अलग खिचड़ी पका रहे हैं ?
तो क्या शरद यादव झूठ बोल रहे हैं???? तो क्या शरद यादव झूठ बोल रहे हैं???? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 03, 2012 Rating: 5

2 comments:

  1. sab agar juth hi baolte he to such kon bolta hi..

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  2. aaj ke jamane ke hisab se dekhein toh Sharad Yadav imandar kahe jayenge..lekin kabil hain ismein shak hai..ye bat alag hai ki rashtriya mudde par aksar bolte dekhe jate hain...

    lekin Sharad ki jagah koi aisa na aa jaye jo bhrasht , nakabil aur apradhi ho.

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