संवाददाता/28/09/2012

उन्होंने तालियों की गडगडाहट के बीच कहा
कि हमारा कोई नहीं है,हमको किसी परिवार को नहीं देखना है,और को देखना होगा.बिहार
की साढ़े दस करोड़ जनता ही मेरा परिवार है.आपने मुझपर विश्वास किया है आपके विश्वास
को मैं टूटने नहीं दूंगा चाहे मुझे जो कुर्बानी देनी पड़े.
इससे अच्छी मौत मेरे लिए कुछ हो ही नहीं सकती: नीतीश
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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September 28, 2012
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इससे अच्छी मौत मेरे लिए कुछ हो ही नहीं सकती: kya baat hai gandhigiri aur aajkal ke political leader se.."ye sabhi dialog dikhawa hai" be be careful of this type of leader.
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