संवाददाता/13 सितम्बर 2012
जिले में नैतिक स्तर का पतन बहुत ही तेजी से हुआ है
और अब कई शादी-शुदा और बाल बच्चेदार मर्द भी नाबालिगों को भी अपने झांसे में ले
लेते हैं.प्यार का बुखार जब तक इन पर चढ़ा रहता है तब तक ये साथ जीने-मरने की कसमें
खाते हैं,पर कुछ ही दिनों के बाद हकीकत की धरातल पर कदम रखते ही दर्द का एहसास
होने लगता है और फिर वापसी की इच्छा तो लड़कियां रखती हैं, पर सुखद वापसी एक सपना
सा रह जाता है.
जिले के
मधेपुरा थाना के मठाही की करीब 16 वर्षीया अलका (काल्पनिक नाम) अपने चचेरे जीजा
अजीत को जानती तो पिछले सात-आठ साल से थी, पर हाल की नजदीकियां ने इन्हें घर से
भाग जाने का फैसला दिला दिया.घैलाढ़ थाना के पिपराही के अजीत के साथ अलका पिछले 02
सितम्बर को ही घर से भाग गयी.दिल्ली में भाड़े के मकान में एक सप्ताह गुजार कर जब
दोनों वापस आये तो पुलिस ने इन दोनों को सुपौल के करजाईन बाजार से गिरफ्तार कर
लिया.अलका के पिता रामानंद यादव के द्वारा किये गए मुक़दमे के आधार पर शादी की नीयत
से फुसला कर लड़की को भगा लेने के आरोपी तीन बच्चे के बाप को जेल तो भेज दिया पर
अलका ने न्यायालय के समक्ष जो बयान दिया उससे लगता है कि इस नाबालिग लड़की को ये
एहसास हो गया है कि वो ठगी चली गयी है.
अलका ने
यह तो स्वीकार किया कि वे स्वेच्छा से घर से भागे थे और पिछले पांच सितम्बर को
उन्होंने मंदिर में गवाहों की उपस्थिति में शादी भी रचा ली, पर साथ ही उसने यह भी
कहा कि उसे मालूम है कि उसने गलत काम किया है और अब वह न कहीं नहीं जाना चाहती है.फिलहाल
लड़की के न तो पूर्व से शादीशुदा प्रेमी के साथ जाने और न ही अपने माता पिता के घर
जाने की इच्छा को देखते हुए उसे अल्पावास गृह में रखा गया है.
शादीशुदा प्रेमी के साथ भाग कर लौटी लड़की ने कहा,“मैंने गलत किया है”.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 13, 2012
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आपने बिलकुल सही कहा, समाज से नैतिकता का बहुत ही ज्यादा ह्रास हुआ है ! शीर्ष पर बैठा आदमी जब चरित्रहीन है,आखिरकार शीर्ष का अनुकरण ही आम आदमी करता है !
ReplyDeletePopulation growth is impaired social order! People will do when adversity say is we educated people in assay increases the accountability!
ReplyDeleteशुक्र है सब कुछ खोने के बाद भी होश आ गया / इस तरह की घटनाओं की वजह समाज के नैतिक स्तर का पतन तो है ही ,साथ ही उन माँ बाप की गैर जबाबदेही है जिनके बच्चे बड़े हो रहें हैं /जरुरत है सिर्फ देखभाल की ,निगरानी की /ये उम्र का दोष है कि इसमें होश तब होता है जब सब कुछ लुट चूका होता है /पर गार्जियन या बड़े उन्हें अच्छा मार्ग दर्शन देकर होश खोने से रोक सकते हैं /
ReplyDeleteYou are right, Shivprakash ji. .
ReplyDeleteBehind these social harrassment, one main cause is the 'lack of parenting'.
sir aap alka kumari ke iss khabar ko blog se hata de to accha rahega kyunki aise main ladji ki izzat ka kabara ban jata hai
ReplyDeleteगंगेश जी, चूंकि मामला न्यायालय में जा चुका है इसलिए हमने काल्पनिक नाम से खबर छापी है.हमें आपकी सलाह अच्छी लगी.
ReplyDeleteइस तरह के घटना समाज में बुराई फैला जाती है ईश्वर से प्रार्थना करता हूं अच्छा विचार दे धरती पर रहने वाले व्यक्ति को क्योंकि अच्छे विचार से दिमाग तेज होता है ऐसे घटनाओं से जाहिर होता है कि अभी भी समाज में बीमार लोग है जो ऐसे कदम उठा लेते हैं बाद में पछतावा होता है जो भी हो जैसा कर्म वैसा फल ये रब की बनी बनायी रचना है
ReplyDeleteइस तरह के घटना समाज में बुराई फैला जाती है वह भी विवाहित व्यक्ति के साथ भागना ये हजम वाली बात नहीं हैा ईश्वर से प्रार्थना करता हूं अच्छा विचार दे धरती पर रहने वाले व्यक्ति को क्योंकि अच्छे विचार से देश और समाज का भला होता है हालांकि ऐसे घटनाओं से जाहिर होता है कि अभी भी समाज में बीमार लोग है जो ऐसे कदम उठा लेते हैं जिससे परिवार के लोग समाज में सर उठाने के काबिल नहीं रहते बाद में पछतावा होता है जो भी हो जैसा कर्म वैसा फल ये रब की बनी बनायी रचना है
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