भले ही जिला मुख्यालय में ही अवस्थित हो ये वार्ड, पर इसकी हालत काफी नाजुक है.आज जिले के कुछ गाँव ही इस तरह अविकसित हो सकते हैं.सड़कों के नाम पर मजाक है इस गाँव की सडकें.नाला का कहीं पता नहीं,बिजली के पोल भी कई जगह नहीं हैं.यह तो तय है कि नगर परिषद् के इस क्षेत्र के विकास के लिए राशि आई ही है,पर क्यों नहीं हो सका यहाँ कोई विकास?
जबकि निवर्तमान वार्ड पार्षद यहाँ अपने पद पर दस वर्षों से काबिज हैं.

मधेपुरा टाइम्स टीम ने पूरे क्षेत्र का दौरा किया और आम लोगों के साथ निवर्तमान वार्ड पार्षद शैलेन्द्र यादव से भी बात की और साथ ही बात किया मुख्य प्रतिद्वंद्वी मुकेश कुमार उर्फ मुन्ना से.
लोगों से बात करने पर फिलहाल ऐसा लग रहा है कि इस बार वार्ड में निवर्तमान वार्ड पार्षद की स्थिति इस बार बहुत अच्छी नहीं है.अब देखना है कि वार्ड की जनता क्या फैसला लेती है?
(जनता के साथ दोनों प्रत्याशियों को सुनें वीडियो में, वीडियो जल्द ही)
वार्ड नं०.15: देहात से भी बदतर है जयपालपट्टी का ये वार्ड
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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May 12, 2012
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