ठंढ से मरते नहीं शब्द
वे मर जाते हैं साहस की कमी से
कई बार मौसम की नमी से
मर जाते हैं ‘शब्द’
केदारनाथ सिंह की इन प्रसिद्ध पंक्तियों को अपने जीवन में उतार कर दिल्ली में लगातार सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ रहा है मधेपुरा का ही एक अद्भुत प्रतिभा का शख्स जिसका नाम है प्रत्यय अमृत.पटना के साइंस कॉलेज से लगभग ७०% अंक पाने के बाद प्रत्यय की रुचि जब हिन्दी में बढ़ी तो इन्होने दिल्ली का रूख किया और दिल्ली
विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ से हिन्दी में बी०ए० ऑनर्स और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से ही एम०ए० किया.यहाँ सबसे खास बात ये रही कि न सिर्फ इन्होने इन परीक्षाओं में प्रथम श्रेणी प्राप्त किया, बल्कि इस दौरान २००५ से २०१० तक इन्हें टॉपर भी होने का गौरव प्राप्त हुआ और ये हर वर्ष ‘एकेडमिक अवार्ड्स फॉर एक्सेलेंस’ से नवाजे गए.
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‘कला की सामाजिकता की अवधारणा तथा नामवर सिंह की आलोचना दृष्टि’ विषय से एम०फ़िल० कर चुके ५ जून १९८८ को जन्मे प्रत्यय अमृत समाहरणालय में पदस्थापित सुरेन्द्र प्रसाद के पुत्र हैं.इन्होनें
जब यूजीसी की नेट परीक्षा पास की तो रैंकर होने के कारण इन्हें पांच साल के लिए जेआरएफ देने के लिए चुना गया.अपने पिता और मधेपुरा के ही आईपीएस सचिन बादशाह को अपनी प्रेरणा स्रोत मानने वाले प्रत्यय का सपना हिन्दी से ही आइएएस बनना है.कई पत्रिकाओं के लिए कविता, समसामयिक घटनाओं पर आलोचना लिखने के दौरान जब प्रत्यय की मुलाक़ात नामवर सिंह, पुरुषोत्तम अग्रवाल, मैनेजर पाण्डेय आदि से हुई तो आलोचना लिखने के क्षेत्र में इनका अनुभव और
भी बढ़ता गया.
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मधेपुरा टाइम्स के प्रबंध संपादक से हुई बातचीत में प्रत्यय बताते हैं कि हिन्दी विकास की अवस्था में है और ये संस्कृत की तरह रुक नहीं गयी है.हिन्दी दूसरे भाषाओं के शब्दों को अपने में समाहित कर रही है यही इसके विकास का लक्षण है.साहित्य के विषय में ये कहते हैं कि साहित्य समाज को रास्ता दिखाती है.इस इलाके में साहित्य के विकास के लिए तथा आमलोगों तक इसे पहुंचाने के लिए यहाँ के विद्वानों को गहन चिंतन करने की आवश्यकता है.
अद्भुत प्रतिभा के धनी प्रत्यय अमृत अपनी एम०फ़िल० की डिग्री के विषय में कहते हैं कि ये मैं अपनी अनपढ़ दादी माँ को समर्पित करता हूँ,जिन्होंने मुझे पढ़ना लिखना सिखाया.
मधेपुरा टाइम्स प्रत्यय अमृत के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है.
(मधेपुरा टाइम्स ब्यूरो)
(मधेपुरा टाइम्स ब्यूरो)
प्रत्यय अमृत:हिन्दी के क्षेत्र में पांच बार मिला एकेडमिक अवार्ड्स
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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February 22, 2012
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बहुत-बहुत बधाई प्रत्यय भैया..........
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई प्रत्यय भैया
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