उम्र महज तेरह साल,पर टेबुल टेनिस में कई बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग ले चुकी पायल गुप्ता के हौसले काफी बुलंद दिखते हैं.मधेपुरा में १५ नवंबर १९९७ को जन्मी पायल के पिता नरेंद्र नाथ गुप्ता शुरू से ही पायल के लक्षणों को देखकर इसकी सफलता के प्रति आश्वस्त थे.बचपन से ही प्रतिभाशाली पायल की रुचि टेबुल टेनिस में जगी और मात्र नौ साल की उम्र में २००६ से ही इसने टेबुल टेनिस खेलना शुरू किया और हैरत की बात ये रही कि पायल उसी साल सब-जूनियर कैटगरी में राष्ट्रीय स्तर के चैम्पियनशिप में भाग लेने केरल भेजी गयी.और फिर यहाँ से पायल का मनोबल बढ़ता चला गया और फिर उसने टेबुल टेनिस के क्षेत्र में पीछे मुड़कर नहीं देखा.वर्ष २००७ में जब इस नन्ही सी लड़की को आइजोल और चेन्नई में फिर सब-जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में खेलने का मौका मिला तो मधेपुरा समेत कोसी के लोगों को पायल में टेबुल टेनिस की राष्ट्रीय चैम्पियन नजर आने लगा.
एक साधारण परिवार में जन्मी पायल के पिता की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी कि वे बेटी को आगे बढाने के लिए हो रहे खर्च का वहन कर पाते. कूकर ठीक करने वाले नरेंद्र नाथ गुप्ता के लिए बेटी को नेशनल चैम्पियन बनाने का सपना देखना काफी मुश्किल लग रहा था, पर उनकी समस्या तब थोड़ी सुलझती दिखी जब स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की मधेपुरा शाखा ने पायल को स्कॉलरशिप देना शुरू किया.२००७ में पायल ने जब बिहार में सब-जूनियर कैटेगरी में प्रथम स्थान
प्राप्त किया तो उसके बाद उसे खेल प्राधिकार, पटियाला से भी स्कॉलरशिप मिलने लगी.पर पायल की सभी आर्थिक समस्या तब सुलझती नजर आई जब ‘पेट्रोलियम स्पोर्ट्स प्रोमोशन बोर्ड’ ने पायल का चयन अपनी ओर से खेलने के लिए कर लिया और अभी पायल गुप्ता अजमेर में रहकर सफलता की नयी-नयी इबारतें लिख रही हैं.

मधेपुरा टाइम्स से हुई बातचीत में पायल अपनी सफलता का श्रेय मधेपुरा के केशव कन्या उच्च विद्यालय की प्रिंसिपल विभा मैडम और अपने पापा को देती है.पायल कहती है कि विभा दीदी ने ही सबसे पहले उसे बैट खरीद कर खेलने दिया था.हालांकि अपनी सफलता के पीछे ओएनजीसी के कोच विशाखा विजय और मधेपुरा के कोच प्रदीप श्रीवास्तव का भी नाम लेना नहीं भूलती है.
हाल में ही श्रीनगर, थाणे और गांधीधाम में नेशनल टूर्नामेंट खेल चुकी पायल टेबुल टेनिस में नेशनल चैम्पियन बन कर ये दिखा देना चाहती है कि मधेपुरा जैसे छोटे से कस्बाई शहर की भी लड़की में बहुत कुछ करने का जज्बा है.
(मधेपुरा टाइम्स ब्यूरो)
पायल: उम्र छोटी पर लिख रही सफलता की बड़ी इबारतें
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 05, 2011
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Good!
ReplyDeletePayal,
hope u will a good player.
All d best.
just great...No words..Congrates..Proud to be a Madhepurite.:)
ReplyDeletethanx to all
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