और जब जन समस्या को लेकर विधायक पहुंचे जनता दरबार

 रूद्र ना० यादव/०२ दिसम्बर २०११
गुरूवार के दिन उस समय जिलाधिकारी समेत सभी लोग हैरत में पड़ गए जब मधेपुरा के विधायक प्रो० चंद्रशेखर अचानक जनता की फ़रियाद लेकर डीएम के जनता दरबार में पहुँच गए.फर्क इतना रहा कि फरियादी के रूप में पहुंचे विधायक को जिलाधिकारी ने अपने बगल में बिठाया और उनकी समस्या सुनी.दरअसल विधायक प्रो० चंद्रशेखर आलमनगर के भागीपुर पंचायत की एक अजीबोगरीब घटना को लेकर जनता दरबार पहुंचे थे.भागीपुर के दो व्यक्तियों कैलाश यादव और नागों महतो को जब इंदिरा आवास की दूसरी किस्त उठाने का नोटिस मिला था तो वे चौंक गए,क्योंकि उन दोनों ने इंदिरा आवास के लिए न तो कोई आवेदन ही दिया था और न ही पहली किस्त की निकासी की थी. मतलब कि मामला घोटाले का था.किसी ने इनके नाम पर आवदन देकर किस्त की पहली राशि २४००० रू० प्रत्येक की निकासी भी कर ली.पता करने पर मालूम हुआ कि वहाँ के पंचायत सेवक प्रदीप विस्वास ने इन दोनों के अलावे दसों लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है और लाखों रूपये फर्जी हस्ताक्षर से निकासी कर ली है.
    यहाँ चूंकि इस मामले को लेकर एक विधायक ने डीएम की जनता दरबार में गुहार लगाई थी इसलिए डीएम ने भी फ़ौरन कार्यवाही करते हुए पंचायत सेवक पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिया.जाहिर सी बात है कि यदि जनप्रतिनिधि जनता के प्रति इस कदर जवाबदेह हो जाएँ तो आम लोगों की समस्या में कमी आ सकती है.
और जब जन समस्या को लेकर विधायक पहुंचे जनता दरबार और जब जन समस्या को लेकर विधायक पहुंचे जनता दरबार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 02, 2011 Rating: 5

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