लड़की की नादानी ने सबों की नाक में किया दम

राकेश सिंह /२० सितम्बर २०११
शुरू में तो ये मामला बहुत ही गंभीर जैसा लगा. नावकोठी, बेगुसराय की रहने वाली खुशबू(बदला नाम) जो वर्तमान में खुरहान, आलमनगर में अपनी माँ के साथ रह रही थी,के अपहरण का मामला जब माँ ने ही दर्ज कराया तो पुलिस के माथे बल पड़ना स्वाभाविक था.माँ  ने इसी १५ सितम्बर को पुलिस में केस दर्ज कराया कि बीती रात सनी सिंह ने धनञ्जय और सोनू की मदद से उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया है और उसे गाँव के लोगों से ही पता चला कि सनी ने खुशबू को अपने घर में ही रखा हुआ है.पुलिस जब हरकत में आई तो सनी के घर से न तो उसे सनी मिला और न ही खुशबू .खुशबू की खोज में पुलिस ख़ाक छानती रही और माँ-बाप भी चिंता में डूब गए.बकौल एफआईआर मामला अपहरण का था और गाँव के लोग दबी जुबान से इसे प्रेम-प्रसंग का भी मामला मानने लगे थे.
  पर अचानक खुशबू के खुरहान आ जाने से सारा मामला ही पलटता नजर आया.चूंकि खुशबू की माँ के बयान पर मामला दर्ज हो चुका था इसलिए पुलिस ने लड़की को अपने कब्जे में लिया और न्यायालय के समक्ष आज बयान करा दिया.हालांकि लड़की के न्यायालय में दिए बयान पर बहुत से लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं, पर कानूनन इसे मानना लाचारी है.१२ वीं कक्षा में पढ़ रही खुशबू ने आज न्यायालय के सामने 164 Cr.P.C. के बयान में कहा कि वह चार पांच दिन पहले अकेले पटना चली गयी थी और इस बात को उसने किसी को नहीं बताया था.वो वहां एडमिशन लेना चाह रही थी इसलिए पटना में एक हॉस्टल में रहने लगी.फोन से मम्मी ने बुलाया तो वह आ गयी.किसी ने उसका अपहरण नहीं किया है.अब वह अपने मम्मी-पापा के साथ जाना चाहती है.सीधी तौर पर तो ये लगता है कि लड़की की नादानी से ही सभी जुड़े लोग और पुलिस प्रशासन को परेशानी हुई.
   जो भी हो,पर इस पूरे घटनाक्रम ने कई अनसुलझे सवाल लोगों के मन में छोड़ दिए हैं.एक तो ये कि माँ ने तुरंत ही खुशबू को फोन कर अपहरण की पुष्टि क्यों नहीं की?माँ को ये पूर्ण विश्वास कैसे हुआ कि सनी ने ही खुशबू का अपहरण किया?बिना बताये इस लड़की ने घर किस परिस्थिति में छोड़ा और फिर अब क्यों वापस आ गयी?सनी को पुलिस यदि गिरफ्तार कर जेल में डाल देती तो क्या खुशबू के बयान के मद्देनजर यह गलत नहीं होता?गाँव के लोगों ने  माँ को क्यों बताया कि खुशबू सनी के ही घर में है?सनी की  यदि मामले में कोई भागीदारी नहीं थी तो वह क्यों नही पुलिस के सामने आया? मामला उतना सीधा तो नहीं लगता जितना खुशबू बता रही है,पर एक बात अब लगभग तय है कि खुशबू के न्यायालय में बयान के आधार पर सनी को जमानत मिल जायेगी.
लड़की की नादानी ने सबों की नाक में किया दम लड़की की नादानी ने सबों की नाक में किया दम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 20, 2011 Rating: 5

1 comment:

  1. BANK OFFICERS KHATA KHOLNE KE LIYE GHOOS ! BAHUT SHRMNAK BAT HAI DOSTON. ISKA SIDHA MATLAB YE HAI KI BANKING OFFICES BANKING KAMPANY KE LABH KE LIYE KAM AUR APNE LABH KE LIYE JYADA KAM KARTE HAI......

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