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डा०अरूण कुमार मंडल |
राकेश सिंह|२८ अगस्त २०११
सरकार झुकी, संसद की बहस में अन्ना को मिला समर्थन,अन्ना का अनशन टूटा और इस तरह सिर्फ अन्ना नहीं मानो देश की पूरी जनता जीत गयी.सारा देश जहाँ इसे एक बड़ी उपलब्धि मानकर जश्न के रूप में मना रहा है, वहीं मधेपुरा के बुद्धिजीवी भी इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देने में पीछे नहीं हैं.जनलोकपाल के लागू होने की उम्मीद से लोग खासे उत्साहित हैं.मधेपुरा के लोग भी भ्रष्टाचार से त्रस्त होने की बात कह रहे
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जवाहर झा |
हैं और अब उम्मीद जाता रहे हैं कि यदि भ्रष्टाचार पूरी तरह नही मिटा
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रघुवंश प्र० सिंह |
तो कम से कम इसमें काफी कमी तो आ ही सकती है.और भ्रष्टाचार से सबसे ज्यादा पीड़ित आम लोगों के वर्ग को बड़ी राहत पहुँच जाय,यही बड़ी बात होगी. प्रसिद्द चिकित्सक डा० अरूण कुमार मंडल ने आशा व्यक्त की कि जल्द ही जनलोकपाल का क़ानून लागू हो जाएगा फिर देश का वातावरण भी निश्चित रूप से बदलेगा.भ्रष्टाचार ने हमारे देश और समाज को खोखला कर दिया है,इसे मिटाना एक सुन्दर राष्ट्र के निर्माण के लिए अत्यावश्यक है.
अवकाशप्राप्त प्रधान सहायक रघुवंश प्रसाद सिंह का मानना अन्ना हजारे का अनशन और इसके माध्यम से देश को एकसूत्र में बाँधने का काम अभूतपूर्व रहा.एक तरफ जहाँ जनता भ्रष्टाचार और महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है वहीं कार्यालयों में बाबू लोगों का मन सातवें आसमान पर है. जनलोकपाल के माध्यम से भ्रष्टाचार मिटाना अनिवार्य है.(देखें:वीडियो)
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अंगद यादव |
वरीय अधिवक्ता जवाहर झा कहते हैं कि प्रजातंत्र में प्रजा सर्वोपरि है.पूरे आंदोलन में जनता की शक्ति परिलक्षित हुआ है.भारत के संविधान की शुरुआत ही “
हम भारत के लोग”
से होती है.पहली बार लोगों को लगा कि जनता का काम वोट देने के बाद समाप्त नही हो गया उसकी आवाज बीच में भी संसद में सुनी जा सकती है.वैसे तो भ्रष्टाचार सिर्फ एक क़ानून से समाप्त नही हो सकता है,पर जनलोकपाल भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है.(देखें:वीडियो) अन्ना के साथ पिछली बार आमरण अनशन पर बैठने वाले आरटीआई कार्यकर्ता अंगद यादव का मानना है कि अभी तो जंग की शुरुआत भर है,पूरी लड़ाई बाक़ी है.हमें आगे भी सजग रहना पड़ेगा.भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे देख कर ही त्रस्त जनता सकून पा सकेगी.देश को अन्ना जैसे की आवश्यकता आगे भी पड़ती रहेगी.
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अशफाक आलम |
युवा व्यवसायी तथा हीरो होंडा शो रूम के प्रो० अशफाक आलम जनलोकपाल में छोटे कर्मचारियों को शामिल करने पर खासे उत्साहित नजर आते हैं.वे कहते हैं कि अधिकाँश गरीब और आम जनता तो छोटे कार्यालयों से ही त्रस्त रहते है.अब इस क़ानून के आने से लोगों को निश्चित रूप से बड़ी राहत मिलेगी.(देखें:वीडियो) विद्यापुरी वार्ड नं० १८ की छात्रा शालिनी अन्ना हजारे के अनशन
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शालिनी |
टूट जाने से बहुत खुश है और ये उम्मीद जताती है कि जन्लोकपाल के लागू हो जाने से निश्चय ही भ्रष्टाचार में कमी आयेगी जिससे हमारा भारत और विकसित होगा.(देखें:वीडियो) कुल मिलाकर ये देखा जा सकता है कि मधेपुरा के लोग भी जनलोकपाल के लागू होने की प्रत्याशा में काफी उत्साहित हैं और निश्चित रूप से यहाँ के प्रबुद्ध जन,छात्र और आम लोग चाहते हैं भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण हो सके.
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