![]() |
आरोपित मो० शौकत अली |
रूद्र ना० यादव/१० जुलाई २०११
अतिथिगृह में कार्यरत अनुसूचित जाति के कर्मचारी रमेश राम की पिटाई करना विधायक रमेश ऋषिदेव के समर्थक को महंगा पड़ रहा है.जिलाधिकारी के आदेश पर विधायक समर्थक नेता मो० शौकत अली के विरूद्ध मधेपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.पिटे गए कर्मचारी का कहना है कि किसी नेता के आने की पूर्व सूचना मिलती है तब उन्हें आबंटित किये गए कमरे की साफ़-सफाई कर दी जाती है.कल सिंघेश्वर विधायक अपने समर्थकों के साथ अचानक आये और सात नंबर कमरा खुलवाए.मो० शौकत अली ने बिना सफाई का अवसर दिए हुए ही धूल उठाकर उनके चेहरे पर लगा दिया और कई थप्पड़ रसीद कर दिया.जबकि इस मामले पर विधायक रमेश ऋषिदेव ने खुद
के साथ भेदभाव का आरोप तो लगा दिया है,पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के सभापति होने के बाद भी उन्हीं के सामने एक दूसरे अनुसूचित जाति के कर्मचारी की पिटाई कर दी जाती है तो ये कैसे माना जा सकता है कि आयोग के पदाधिकारी होने के नाते वे अनुसूचित जाति के लोगों को न्याय दिलाने में सक्षम हैं.
के साथ भेदभाव का आरोप तो लगा दिया है,पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के सभापति होने के बाद भी उन्हीं के सामने एक दूसरे अनुसूचित जाति के कर्मचारी की पिटाई कर दी जाती है तो ये कैसे माना जा सकता है कि आयोग के पदाधिकारी होने के नाते वे अनुसूचित जाति के लोगों को न्याय दिलाने में सक्षम हैं.
वैसे अगर नेताओं के समर्थकों की मनोवृत्ति समझने के प्रयास किये जाएँ तो अधिकांश समर्थक नेता जी ‘गुड बुक’ में नाम दर्ज कराने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं ताकि बाद में नेता जी के सौजन्य से कुछ कमाई हो जाय तो फिर होंगी उनकी बीसों अंगुलियां घी में.
कर्मचारी पिटाई महंगा पड़ा विधायक समर्थक को
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 10, 2011
Rating:

ye chawanni neta aisa popularity ke liye karte hain,inke baare me koi chij nahi chapna chaiye.jise bolna bhi nahi ata hai,usse kiasi harkat ki umid ki ja sakti hai.
ReplyDeleteशौकत अली किस पार्टी में है,ये आज तक हम मधेपुरावासियों को पता नही चल पाया.जो नेता आया,उसी के पीछे यह दलबदलू की तरह लग जाता है.जेल भी जाने का इसपर कोई असर नही होगा.ये अखबार में नाम छपाने के लिए ही ऐसा करता है.
ReplyDelete