सुकेश राणा/१६ जुलाई २०११
उपस्थित पदाधिकारी तथा अधिवक्तागण |
बार तथा बेंच के बीच संबंधों को लेकर बार एसोशिएशन (अधिवक्ता संघ) मधेपुरा में आठ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक सेमीनार का आयोजन किया गया.इस मौके पर जिला न्यायाधीश श्री अमलेन्दु कुमार सिन्हा ने कहा कि जिले के १४००० केसों के निष्पादन में अधिवक्ता का सहयोग आवश्यक है.उन्होंने न्यायिक प्रणाली में अधिवक्ताओं की मौजूदगी महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि न्यायिक व्यवस्था और पीड़ित पक्षकार के बीच की कड़ी अधिवक्ता ही होते हैं.परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री कृष्ण कान्त त्रिपाठी ने मधेपुरा बार
एसोशिएशन की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ के अधिवक्ता काफी शालीन और व्यवहारिक हैं.जबकि प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा० रामलखन यादव अधिवक्ता को समाज का बहादुर अंग मानते हुए उन्हें नैतिकता का पाठ पढ़ाया.उन्होंने कहा कि अगर अधिवक्ता बहादुर नहीं होंगे तो प्रजातांत्रिक मूल्य ध्वस्त हो जाएगा.सेमिनार की अध्यक्षता बार एसोशिएसन के अध्यक्ष मदन मोहन श्रीवास्तव ने किया.इस अवसर पर सचिव जवाहर झा ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
एसोशिएशन की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ के अधिवक्ता काफी शालीन और व्यवहारिक हैं.जबकि प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा० रामलखन यादव अधिवक्ता को समाज का बहादुर अंग मानते हुए उन्हें नैतिकता का पाठ पढ़ाया.उन्होंने कहा कि अगर अधिवक्ता बहादुर नहीं होंगे तो प्रजातांत्रिक मूल्य ध्वस्त हो जाएगा.सेमिनार की अध्यक्षता बार एसोशिएसन के अध्यक्ष मदन मोहन श्रीवास्तव ने किया.इस अवसर पर सचिव जवाहर झा ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
आठ वर्षों के बाद आयोजित हुआ बार- बेंच पर सेमिनार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 16, 2011
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