“बेटी समाज की धरोहर, इसे संजोने की जरूरत, न कि इसकी आड़ में गंदी राजनीति करने की”

|मुरारी कुमार सिंह|01 अगस्त 2014|
बेटी समाज की धरोहर होती है, इसे संजोने की जरूरत है न कि इसकी आड़ में गंदी राजनीति को बढ़ावा देने की.
      मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड पार्षदों, शहर के बुद्धिजीवियों और गणमान्य व्यक्तियों की ओर से यह अहम बयान उस समय आया है जब जिला मुख्यालय की एक घटना की आड़ में राजनीति की जा रही है. नगर परिषद् के चेयरमैन विशाल कुमार बबलू के आवास पर हुई वार्ड पार्षदों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य व्यक्तियों की बैठक में सबों ने एक स्वर से कहा कि किसी भी परिस्थिति में जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द नहीं बिगड़ने दिया जाएगा. मुख्य पार्षद की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोगों ने कहा कि किसी की व्यक्तिगत गलती की वजह से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करना जघन्य अपराध है और इसकी जितनी निंदा की जाय कम है.
      कहा गया कि इस तरह से बढ़ते मामलों को देखते हुए युवाओं तथा अभिभावकों को भी जागरूक करने की दिशा में पहल करने की आवश्यकता है.
“बेटी समाज की धरोहर, इसे संजोने की जरूरत, न कि इसकी आड़ में गंदी राजनीति करने की” “बेटी समाज की धरोहर, इसे संजोने की जरूरत, न कि इसकी आड़ में गंदी राजनीति करने की” Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 01, 2014 Rating: 5

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