लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ?: (भाग-3): लड़की हूँ, तिनके की तरह बिखर कर भी जुड़ना जानती हूँ मैं...

 मैं जननी हूँ,
 मेरी बदौलत तुम हो,
 तुम क्या हो,
 कभी सोचा है तुमने ?
 हमारे साथ धोखा करके
 तुमने उस कोख को
 बदनाम किया है.
 जिसने तुझमें अपना रूप देखा था.
 महसूस करो
 अब तुम्हारा बिखराव
 प्रारम्भ हो चुका है.
 मैं लड़की हूँ,
 बिखर कर भी
 जुड़ना जानती हूँ.
            लड़की..यानि दिल छोटा..यही कहती थी नेहा, पर शायद इसका अर्थ वो ये लगाती थी कि किसी पर आसानी से भरोसा कर लेने की प्रवृति लड़कियों में ज्यादा होती है और यही अक्सर उसके अथाह दर्द का कारण बन जाता है. पर शायद नेहा का दिल बड़ा था तब तो उसने एक ऐसे शख्स पर भरोसा कर लिया था, जिसने उसके सामने दुनियां की हर खुशी रखने का झूठा वादा कर दिया था.
      ये सोसायटी भी बड़ी अजीब चीज है. कभी-कभी तो ये आदर्श की बात करती है, पर कभी तो सोसायटी ही इतनी चरित्रहीन हो जाती है कि इस पर भरोसा करना मुश्किल है. लड़के-लड़की में सम्बन्ध बनकर जब इस सोसायटी के सामने आता है तो यहाँ लड़की और उसके परिवार को शर्मिंदा होना पड़ता है. इज्जत लड़की की चली जाती है. चरित्रहीन बेटे और उसके बाप की इज्जत लड़की और उसके परिवार की तुलना में कम जाती है. दुष्कर्म हुए तो लड़की की इज्जत चली गई, जिसने ऐसी घटिया हरकत की, उसकी कम. बाद में पीडिता की शादी में यही समाज ढेर सारे अड़ंगे लगायेगा, पर दूसरे पक्ष यानि लड़के की शादी में नहीं. नेहा के मामले में जाहिर था, जहाँ धोखा हुआ था, तो फजीहत होने के बाद नेहा की जिंदगी अधिक मुश्किल में पड़ने वाली थी.
      पर हमने एक बार अभिषेक से बात करना उचित समझा. अभिषेक ने नेहा के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप को स्वीकार करते हुए अपनी सफाई दी, पर हम संतुष्ट न हुए. उसने जो कुछ नेहा के साथ किया था, वो कहीं से माफ़ी के लायक न था. थोड़ा भटकाव माफ किया जा सकता था, पर नेहा को धोखे में रखकर और के साथ फिजिकल कॉन्टेक्ट जैसा अपराध यदि अभिषेक ने किया था तो शायद ऐसे लड़के को कोई भी लड़की माफ नहीं कर सकेगी. नेहा कुछ समझ नहीं पा रही थी. हमने नेहा के बारे में सारे पक्षों पर सोचा. लगा कि यदि हम उसे अभिषेक को माफ कर फिर से उसके साथ जुड़ने कहते हैं और यदि फिर वो धोखा खा जाती तो शायद उसका बचना मुश्किल था. अभी भी नेहा इतना टूट चुकी थी कि उसने सबकुछ हमपर छोड़ दिया और अगली रिपोर्ट के लिए हमें मना करते हुए पूछा- क्या करूं?
हमारी सहानुभूति नेहा के साथ थी, हमने समझाया, तुम्हारे साथ जो हुआ, उसे जानकर हम भी सन्न हैं. रिपोर्टिंग समाज को आगाह करने के लिए की जा रही है, कुछ एपिसोड्स और होंगे, तुम्हारी कहानी के बाद भी..असर हो या न हो, हम अपना काम करेंगे. रिपोर्ट पढ़कर यदि दो-चार और नेहा भी यदि मेंटली टॉर्चर होने से बच जाय तो हमें लगेगा कि हम एक जिम्मेवार वेबसाईट चला रहे हैं. तुम चिंता मत करो. किसी का भी नाम रिपोर्ट में सामने नहीं आएगा. पर अभिषेक  को इस बात का डर हमेशा बना रहना चाहिए कि तुम्हारे हाथ में उसकी इज्जत जिंदगी भर के लिए है. तुम जब चाहो उसे समाज के सामने मेरी मदद से नंगा कर सकती हो. ये तुम्हारा हथियार है. भूल जाओ उन हादसों को जिससे तुम गुजरी हो, और नई जिंदगी शुरू करो..एक नए आत्मविश्वास के साथ. एक तरफ तुम्हारा सुन्दर कैरियर सामने तुम्हारा इन्तजार कर रहा है और दूसरी तरफ अभिषेक जैसे लोग अभी और भी कई तुम्हारी जिंदगी को बर्बाद करने के लिए मिलेंगे. बचना है ऐसे लोगों से. नेहा मजबूत बनो.
      नेहा को हमने सोचने का वक्त दिया. और फिर दो दिनों के बाद नेहा ने हमें भरोसा दिलाया कि अब मैं एक नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए तैयार हूँ. आगे अब जैसा आप कहें. हमने अंत में कहा-
नेहा, आज से तुम जिंदगी की नई शुरुआत कर रही हो, जहाँ सिर्फ होगा तुम्हारा कैरियर और तुम्हारे परिवार की प्रतिष्ठा. मैं भरोसा करता हूँ कि तुम जितनी सीधी और अच्छी लड़की हो, पापा के द्वारा तय किया हुआ तुम्हारा जो भी पति होगा, तुम उसके साथ जिंदगी की हर खुशी बाँट लोगी. नई
जिंदगी की शुभकामनाएं.
नेहा तो बिखर कर भी जुड़ गई, पर हमारे समाज में कई ऐसी नेहा भी हैं जो या तो टूट कर जुड़ न सकी और कई ऐसी भी हैं जो उन आँखों में भरोसा करके अपना सबकुछ गँवा बैठी है जो आखें कल उन्हें धोखा देने वाली है.
एक बात साफ़ है कि प्रेम एक सुखद अहसास है, पर प्रेम मन का एक सुन्दर अहसास है. यदि कोई लड़का शादी से पहले शारीरिक सम्बन्ध के लिए किसी लड़की पर दवाब देता हो या अपने प्यार का हवाला देते हुए ऐसे सम्बन्ध बनाने के लिए रोने-धोने-जीने-मरने की नौटंकी करता हो, तो यकीन मानिए लगभग सारे मामलों में होगा ही लव, सेक्स और धोखा. लड़कियों को बचना चाहिए ऐसे संबंधों से से जो उनका कैरियर, खुद की तथा उनके परिवार की इज्जत को एक झटके में बर्बाद करने के लिए काफी है. (क्रमश:)

(लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ? के अगले भाग में क्या होती है ऐसे लड़कों की सोच और विश्वास जीतने के लिए क्या तरीके अपनाते हैं धोखा देने वाले युवक ? मनोवैज्ञानिक क्या कहते हैं भारतीय समाज में ऐसे संबंधों और धोखा देने वाले लड़कों की मानसिकता के बारे में? पढते रहिये मधेपुरा टाइम्स.कॉम )
(ब्यूरो रिपोर्ट)
लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ?: (भाग-3): लड़की हूँ, तिनके की तरह बिखर कर भी जुड़ना जानती हूँ मैं... लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ?: (भाग-3): लड़की हूँ, तिनके की तरह बिखर कर भी जुड़ना जानती हूँ मैं... Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 08, 2014 Rating: 5

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