‘फेलिन सायक्लोन’ के बाद अब मजा लीजिए ‘फेलिन फिश’ का

|आर.एन. यादव|15 अक्टूबर 2013|
गत दो दिनों की लगातार तेज हवा और बारिश के बाद जब आज मौसम की सेहत में सुधार आया तो घर में दुबके लोग बाहर सड़कों पर निकलने लगे. उधर माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन में भक्त मशगूल हुए तो गाँव के किसान निकल गए अपने खेतों में ये देखने कि लगातार बारिश से उन्हें कितना नुकसान हुआ है.
      पर खेत पहुँचते उन्हें जो नजारा दिखा उसे देखते ही वे सबकुछ भूल गए. खेतों में मछलियाँ इधर से उधर तैर रही थी. किसानों ने मछलियों को पकड़ना शुरू किया तो उनके सामने मछलियों का अम्बार लगने लगा. उसके बाद तो मधेपुरा प्रखंड के कई गाँवों और सडक के किनारे मछलियाँ जमकर बिकने लगी. फेलिन चक्रवात के असर को अबतक मछलियाँ बेचने और खाने वाले भूल गए थे. मछलियों का स्टॉक इतना कि 200-300 रूपये किलो बिकने वाली अच्छी-अच्छी मछलियाँ आज 20 रूपये से 40-50 रूपये किलो तक बिकने लगी. इन फेलिन फिश को मधेपुरा के आसपास के सैंकडों लोग आज उत्सुकतावश भी देखने पहुँच गए.
कहाँ से आई ये मछलियाँ ?: अचानक खेतों और छोटे-बड़े गड्ढों में इतनी मछलियों को देखकर हैरान हुए लोग इसके स्रोत के बारे में पता करने लगे. कुछ ने कहा तूफ़ान में उड़कर आई हैं ये मछलियाँ. पर अधिकाँश लोगों का अंदाजा है कि मूसलाधार बारिश में इलाके के वैसे कई पोखरों, जिनमें मछलियाँ पाली जा रही थी, में कुछ समय के लिए पानी भर गया जिससे मछलियाँ तैरकर बाहर निकल गई. यदि ऐसा है तो निश्चय ही मछली पालने वाले किसान अब सर पटकेंगे और इधर उनकी मछलियाँ सस्ते दर पर खरीद और खाकर लोग खुश हो रहे होंगे.
‘फेलिन सायक्लोन’ के बाद अब मजा लीजिए ‘फेलिन फिश’ का ‘फेलिन सायक्लोन’ के बाद अब मजा लीजिए ‘फेलिन फिश’ का  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 15, 2013 Rating: 5

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