मुम्बई गैंगरेप की सहरसा में गूँज: पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन

 |सहरसा से रणजीत सिंह की रिपोर्ट|26 अगस्त 2013|
बीते दिनों मुम्बई में युवा महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को शीघ्रता से कड़ी से कड़ी सजा दिलाने, इटावा के पत्रकार राकेश शर्मा की ह्त्या में शामिल हत्यारे की अविलम्ब गिरफ्तारी सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर आज सहरसा के विभिन्न अखबार, पत्रिका और टीवी चैनलों के दर्जनों पत्रकारों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर न केवल मौन जुलूस निकाला बल्कि महामहिम राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को भी सौंपा. स्थानीय कुंवर सिंह चौक से निकला यह जुलुस शहर के तमाम मुख्य बाजार से होकर गुजरते हुए आखिर में जिला समाहरणालय  पहुंचा, जहां जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.
हमेशा विभिन्न आंदोलनों और घटनाओं की तस्वीरे कैद करने वाले और कलम से सच को उकेरने वाले पत्रकार आज खुद अपने मुंह पर काला कपड़ा बांधे सड़क पर उतरे हुए थे. सहरसा के पत्रकार समुदाय काफी आहत है और यह उसी की बानगी है की आज यह विरोध उनकी जरुरत बन गयी. स्थानीय कुंवर सिंह चौक से निकला यह जुलुस शहर के तमाम मुख्य बाजार से होकर गुजरते हुए जिला समाहरणालय पहुंचा,जहां जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.पत्रकारों ने जिलाधिकारी को पांच सूत्री जो मांग सौंपी है उसमें युवा महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को शीघ्रता से कड़ी से कड़ी सजा दिलाने,इटावा के पत्रकार राकेश शर्मा की ह्त्या में शामिल हत्यारे की अविलम्ब गिरफ्तारी सहित दोनों पीड़ित पत्रकारों और विभिन्य घटनाओं के शिकार पत्रकारों को सरकार की ओर से उचित मुआवजा दिलाने, देश भर के पत्रकारों की सुरक्षा देने के साथ-साथ खासकर के महिला पत्रकार के लिए विशेष सुरक्षा की व्यवस्था करने और महानगर से लेकर कस्बाई इलाके तक में अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों की आर्थिक सुरक्षा को भी सुनिश्चित कराना शामिल है.
जब पत्रकारों का जत्था जिला समाहरणालय पहुंचा तो समाहरणालय के मुख्य प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया. घंटा भर धूप में खड़े रखने के बाद राज्य मुख्यालय के आलाधिकारियों से वीडियो कौन्फेंसिंग में जुटे जिलाधिकारी को होश आया फिर पत्रकारों को भीतर प्रवेश कराया गया.बड़ी मुश्किल से जिलाधिकारी को वीडियो कौन्फेंसिंग हॉल में जाकर ज्ञापन सौंपा जा सका. मौके पर इस ज्ञापन को आज ही महामहिम को प्रेषित किया जाएगा का भरोसा एडीएम ने दी.
आखिर पत्रकारों के दिन कब बहुरेंगे. आखिर पत्रकारों के लिए कौन लोग दुआ करेंगे और कौन सा मजबूत तंत्र इसकी सुरक्षा और सम्मान को लेकर तत्पर होगा. सवाल अब भी कायम है.
मुम्बई गैंगरेप की सहरसा में गूँज: पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन मुम्बई गैंगरेप की सहरसा में गूँज: पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 26, 2013 Rating: 5

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