नगर परिषद् की कार्यशैली सुविधा देने के नाम पर
मधेपुरा के लोगों की समस्याओं के साथ मजाक करती नजर आ रही है. नगर परिषद् की सडकें
बदहाल हैं तो विचित्र नालों को बना कर नगर परिषद् के अधिकारी मालामाल हैं.
मधेपुरा सदर अस्पताल पानी टंकी चौक से पश्चिम बड़ी हनुमान मंदिर तक
की सड़क की दुर्गति को देखकर तो ऐसा ही लगता है कि नगर परिषद् में चल रही राजनीति
ने आम जनता को नाले में धकेल कर छोड़ दिया है. इस सड़क की बदहाली को लेकर नगर पालिका
के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने मधेपुरा को जिलाधिकारी को एक
आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की है. आवेदन में आरोप लगाया गया है कि बिना पानी
निकासी के ही विगत वर्ष लगभग आठ लाख रूपये का नाला बनाया गया जिसमें कुल पांच सौ
फीट में से करीब सौ फीट प्राइवेट खास व्यक्ति शायद वार्ड आयुक्त के घर के पानी
निकासी हेतु बनाया गया.
श्री मधेपुरी ने आवेदन की प्रति नगर परिषद् के कार्यपालक
पदाधिकारी को भी देते हुए इसी सड़क में बनाये गए एक ऊँचे नाले के बारे में लिखा है
कि दोनों तरफ के नाले को कनेक्ट करने ले लिए सड़क पर पागल की तरह तीन-चार फीट ऊँचा
नाला बनाकर छ:-सात महीने से लोगों को भयंकर परेशानी में डाल कर नगर परिषद् चुप्पी
साधे बैठा है. इस बीच यहाँ कई दुर्घटनाएं होने से लोग घायल होते रहे हैं.
मधेपुरा के सभी वार्डों की स्थिति इन दिनों दयनीय बनी हुई है.
अधिकांश वार्ड पार्षद घर में दुबके हुए हैं और खुद को मालदार बनाने की चिंता
उन्हें खाए जा रही है. ऐसे में नगर परिषद् क्षेत्र की जनता के कष्ट के दिन अभी
जाने की स्थिति में नहीं है.
संवेदनशून्य नगर परिषद्: पागल की तरह बनाया नाला !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 19, 2013
Rating:
No comments: