नीयत और नीति में है फर्क : अशफाक करीम

सहरसा जनसम्मेलन में कोसी बेदारी मोर्चा ने माँगा विशेष जिले का दर्जा
सहरसा से लौटकर पंकज भारतीय/08/10/2012
जिसे खुद अपने हालात को बदलने की चाहत नहीं है उसके हालात को कोई नहीं बदल सकता है. आप सबों को मुबारकबाद कि आप हालात बदलना चाहते हैं. गरीब बंटवारा नहीं चाहते हैं, कोसी के लोग अपना हक-हकूक चाहते हैं जिसे आज तक साजिस के तहत वंचित रखा गया है. जाहिर है कि सूबे के रहनुमा के नीति और नीयत में बड़ा फर्क है.
      उक्त बातें कोसी बेदारी मोर्चा के अध्यक्ष अहमद अशफाक करीम ने सुपर मार्केट सहरसा स्थित कला भवन में रविवार को जनसम्मेलन को संबोधित करते हुए कही.
            गौरतलब है कि कोसी बेदारी मोर्चा कटिहार, पूर्णियां, अररिया, किशनगंज, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा और खगड़िया के आठ जिलों को विशेष दर्जा दिलाने की मांग को लेकर आंदोलन का आगाज कर चुकी है. इस बावत जनवरी माह में ही मोर्चा ने सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विशेष जिले के दर्जे की मांग तर्क सहित सामने रखा था. पत्र में इन जिलों के पिछड़ेपन, आर्थिक बदहाली, निरक्षरता, प्राकृतिक आपदा, पलायन आदि बका आधार बनाकर विशेष दर्जे की मांग की गयी है. मोर्चा का कहना है कि राज्य सरकार ने केन्द्र के सामने विशेष राज्य के दर्जे के लिए इन इलाकों के पिछडापन को ही जब आधार बनाया है तो फिर इन जिलों को विशेष दर्जा क्यों नहीं दिया जा सकता है ?
            जनसम्मेलन में श्री करीम ने सवालिया लहजे में पूछा कि सुशासन के 7 साल के कार्यकाल में कोसी के इस इलाके में क्या-क्या प्रगति हुई है ? उन्होंने कहा कि गाँव की गलियों में शराब की दुकानें खोलकर विकास का सपना दिखाया जा रहा है. जबकि मोर्चा के सचिव समरेंद्र कुणाल ने कहा कि विशेष राज्य की मांग महज राजनीतिक नौटंकी है. इस बहाने लोकसभा चुनाव की तैयारी की जा रही है. आंचलिक कथाकार फनीश्वरनाथ रेणु के उपन्यास मैला आँचल को याद करते हुए श्री कुणाल ने कहा कि आज भी कोशी-महानंदा की धरती बदहाल है. उन्होंने संघर्ष का आह्वान करते हुए कहा कि ईमानदारी से लड़ाई लड़ेंगे तो कोसी की सूरत जरूर बदलेगी.
            राजद नेता ई० प्रभाष कुमार ने कोसी की गरीबी और पिछड़ापन का जिक्र करते हुए कहा कि बेहतर कोसी बनाने का मुख्यमंत्री का दावा छलावा साबित हुआ है. उन्होंने पूछा कि यह कैसा सुशासन है कि हक मांगने वाले शिक्षकों पर लाठियां बरसाई जा रही है. राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा० मनोज ने कहा कि कोसी के साथ हमेशा से नाइंसाफी हुई है और पिछड़ापन आज भी इसकी पहचान है. पूर्व मंत्री अशोक कुमार सिंह ने कहा कि सुशासन की सरकार मीडिया के प्रचार-प्रसार की बदौलत चल रही है जबकि कोसी की जनता की भावना के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
            जनसम्मेलन को मंच के उपाध्यक्ष माधव सिंह, मो० जाहीद, गीता यादव, विनोद यादव, मो० ताहीर, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया. मंच संचालन प्रो० विवेकानंद यादव ने किया जबकि जनसम्मेलन के संयोजक अजय कुमार सिंह थे.
            राजनीतिक यात्राओं के इस दौर में बेदारी मोर्चा के इस जनसम्मेलन से कोसी इलाके के राजनीतिक तापमान में इजाफा हुआ है. जानकारों का मानना है कि अधिकार यात्रा हो या परिवर्तन यात्रा अथवा विशेष जिले के दर्जे की मांग राजनीतिक उद्येश्य सबों में निहित है लेकिन मोर्चा ने पूर्णियां को उप-राजधानी का दर्जा, उच्च न्यायलय की खंडपीठ की स्थापना, कृषि आधारित उद्योग की स्थापना, पुनर्वास की स्थाई व्यवस्था आदि मांग उठाकर इस इलाके के लोगों की आवाज को बुलंद करने की दिशा में एक कदम जरूर आगे बढ़ाया है.
नीयत और नीति में है फर्क : अशफाक करीम नीयत और नीति में है फर्क : अशफाक करीम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 08, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. abhi tak vishesh rajya ki mang ho rahi thi...ab vishesh jile ki bhi mang hone lagi..maksad toh development hi hai..itni mangon mein Purnia mein airport ki bhi mang bhi kar lete

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