मिलिए मधेपुरा के नए आईपीएस अधिकारी एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी से

विज्ञान से लेकर धर्म विषय तक पर मजबूत पकड़ रखने वाले मधेपुरा के नए एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी का मानना है कि बिहार में जहाँ अच्छी सरकार है वहीं मधेपुरा में सामाजिक और सामुदायिक सदभाव सहज रूप से है.
            मधेपुरा टाइम्स से खास बातचीत में मधेपुरा के नए एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी ने मधेपुरा को एक शांत जगह बताया. 2009 बैच के आईपीएस श्री त्रिवेदी शाहदरा नई दिल्ली के रहने वाले हैं वैसे इनका पैत्रिक घर उत्तर प्रदेश के रायबरेली है. अत्यंत ही मेधावी छात्र रह चुके हिमांशु शंकर त्रिवेदी की पूरी शिक्षा दिल्ली में ही हुई. 1997 में दशवीं की परीक्षा पास की और वर्ष 1999 में साइंस से 12वीं पास करने के बाद इन्होने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कम्प्यूटर साइंस की शिक्षा प्राप्त की. हंसराज कॉलेज से फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ से ग्रैजुएशन फिर जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय से 2004 में इलेक्ट्रानिक्स से मास्टर डिग्री प्राप्त करने वाले श्री त्रिवेदी की प्रतियोगिता परीक्षाओं में उपलब्धियां भी कम नहीं हैं.
            सेना में लेफ्टिनेंट, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में साइंटिफिक ऑफिसर, यूजीसी( सीएसआईआर) की नेट (जेआरएफ) की परीक्षा में टॉप 20% में स्थान, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में चयन, उत्तरप्रदेश की सिविल सेवा में डीएसपी में चयन के बाद वर्ष 2008 में इनका चयन दिल्ली विश्वविद्यालय में फिजिक्स और इलेक्ट्रानिक्स में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर हुआ. सफलता की राह में सतत संघर्षशील श्री त्रिवेदी ने 2008 में संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित दिल्ली अंडमान निकोबार सिविल सेवा में बाजी मारी पर देश सेवा की भावना ने इन्हें देश की सर्वोच्च परीक्षा में वर्ष 2009 में आईपीएस के रूप में सफलता दिला दी. दिल्ली के रहने वाले इस शख्स ने बिहार कैडर चुना. हालांकि 2010 की परीक्षा में फिर से इनका चयन आईपीएस के लिए ही हुआ पर तब तक बिहार में काम करने की इनकी इच्छा पूरी हो चुकी थी.
            बिहार कैडर को चुनने के पीछे हिमांशु शंकर त्रिवेदी बताते हैं कि सुना था कि यहाँ अच्छी सरकार है और काम करने का अच्छा स्कोप है और ये भी लगा कि यहाँ रहकर अधिक से अधिक लोगों को न्याय दिलाने का प्रयास कर सकेंगे.
            अब तक अविवाहित श्री त्रिवेदी कविता लिखने और घुड़सवारी का भी शौक रखते हैं. अध्यापन का भी शौक रखने वाले मधेपुरा के एएसपी कई विषयों पर डिबेट में भी भाग लेते रहे हैं. मधेपुरा के लोगों और खासकर युवाओं को वे सन्देश देते हैं कि जिस परिस्थिति में रहें उसी में बेहतर करने का प्रयास करें. किसी भी परिस्थिति का स्वागत करे. ऐसा आत्मविश्वास रखें कि हम किसी से कम नहीं है. देश-दुनियां से अपने को अपडेट रखते हुए आधुनिक तकनीक जैसे इंटरनेट आदि का प्रयोग करें. हमेशा अपने समय से आगे चलने का प्रयास करें. दो पंक्तियों के माध्यम से तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी हिमांशु शंकर त्रिवेदी कुछ इस तरह जिले के लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाते हैं:
            "क्या हार में क्या जीत में
            किंचित नहीं भयभीत में
            कर्त्तव्य पथ पर जो मिले
            यह भी सही वह भी सही."
(मधेपुरा टाइम्स ब्यूरो)
मिलिए मधेपुरा के नए आईपीएस अधिकारी एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी से मिलिए मधेपुरा के नए आईपीएस अधिकारी एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी से Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 29, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. mujhe ye bat samajh mein nahi ati hai ki police service mein itne layers kyun hai. kyun itne sare layers banaye gaye hai. Indian Police Service(ASP, SP etc), BPSC se DSP aur sub inspector. Tino post ke liye graduate hi hona chahiye toh phir tin alag-2 sewa banane ka kya matlab hai.Ajkal toh constable bhi Post Graduate hote hain. ye sab desh ko naukarsahi ke jal mein phasane ka tarika hai

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