बाल वर्ग दीदी को सुविधाओं से मरहूम रखा है सरकार ने

संवाददाता/07 सितम्बर 2012
सूबे में प्राथमिक शिक्षा में भले ही कुछ सुधार आया हो, पर अभी भी बहुत से बच्चों का स्कूल नहीं जाना बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर एक धक्के जैसा है.राज्य के 03 से 06 वर्ष के बच्चों को विद्यालय जाने एवं ठहराव कराने के काम में अतिमहत्वपूर्ण बाल वर्ग दीदी तथा ASRG के कारण राज्य के प्रारंभिक शिक्षा में बच्चे का विद्यालय से वंचित रहना भले ही कम हो गया हो,पर इस महिलाकर्मियों की सेवा एवं सुविधा मानवीय जीवन यापन मूल्य से कम है.इनकी सेवा को स्थायी नहीं किये जाने से इनका मनोबल भी टूटता है. अपनी कई समस्याओं को लेकर कल राज्य बाल दीदी संघ ने समाहरणालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया. इस क्रम की अध्यक्षता श्रीमती निशा कुमारी ने किया.अपनी सात सूत्री मांगों पर प्रदेश अध्यक्षा रेखा कुमारी ने विस्तार से चर्चा की तथा सरकार को इस पर अविलम्ब विचार करने को कहा.सरकार के द्वारा बाल वर्ग दीदी की समस्याओं पर विचार नहीं करने पर इन्होनें आंदोलन करने की भी मंशा जताई.
   इस एक दिवसीय धरना कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रदेश महासचिव इंदिरा कुमारी, किरण कुमारी, प्र० अ०, कुमारखंड, सीता सिंह,अनुपम कुमारी, आलमनगर, इन्द्रा कुमारी, ज्योतिश्ना कुमारी, रूपा कुमारी, पार्वती कुमारी, इंदु कुमारी,घिलाद, सुनयना कुमार, इन्द्र्कला कुमारी, किरण कुमारी तथा नीलम कुमारी आदि थे.
बाल वर्ग दीदी को सुविधाओं से मरहूम रखा है सरकार ने बाल वर्ग दीदी को सुविधाओं से मरहूम रखा है सरकार ने Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 07, 2012 Rating: 5

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