न्यायपालिका से अधिक विश्वसनीय संस्था अभी कोई नहीं: डीएम

संवाददाता/25 अगस्त 2012
मधेपुरा के जिलाधिकारी उपेन्द्र कुमार का मानना है कि न्यायपालिका से अधिक विश्वसनीय संस्था अभी कोई नहीं है.जिलाधिकारी ने उक्त बातें तब कही जब उनके जनता दरबार में एक महिला ये शिकायत लेकर आई कि उसके पड़ोसी ने उसके कपड़े फाड़ डाले. जिलाधिकारी ने पाया कि उक्त महिला ने इस सम्बन्ध में सीजेएम के कोर्ट में भी मुकदमा दर्ज कराया है.जानकारी होने पर जिलाधिकारी ने महिला को कहा कि आप सही जगह गयी हैं.इसमें हम क्या करें?.न्यायपालिका से अधिक विश्वसनीय संस्था अभी कोई नहीं है.आप विश्वास रखिये और वहीं सारी बातें कहिये. आपको न्याय वहाँ मिलेगा.
  वैसे एक बात तो है कि जो मामले न्यायपालिका की चौखट पर रखे जा चुके हैं उन मामलों में कोई कार्यवाही अन्य पदाधिकारी नहीं करते.ऐसे में पीडितों को जिलाधिकारी या अन्य जनता दरबार में न्यायालय में केस दर्ज कराने से पहले जाना चाहिए.
खबर  से सम्बंधित वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
न्यायपालिका से अधिक विश्वसनीय संस्था अभी कोई नहीं: डीएम न्यायपालिका से अधिक विश्वसनीय संस्था अभी कोई नहीं: डीएम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 25, 2012 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.