रूद्र ना० यादव/१४ जून २०१०
मधेपुरा जिले के सिंघेश्वर में बन रहे करोड़ों रूपये की लागत से पावर ग्रिड में हो रहे हैं धड़ल्ले से घटिया सामग्री का प्रयोग.जिले के आला अधिकारी समेत जनप्रतिनिधियों को है इसकी जानकारी, फिर भी किसी की हिम्मत नही जुट पा रही है इन्हें रोकने की, क्योंकि इनके ठीकेदार बिहार सरकार के एक दबंग मंत्री के खासमखास हैं.
जानकारी हो कि सिंघेश्वर में करोड़ों रूपये की लागत से बन रहे पावर ग्रिड में लोकल बालू, तीन नंबर के ईंट, मानक विहीन सीमेंट एवं छड का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है.स्थानीय लोगों
ने इसकी जानकारी जिले के आला अधिकारी समेत जनप्रतिनिधियों को लिखित व मौखिक रूप से भी दी है लेकिन कार्यवाही ढाक के तीन पात साबित हो रही है.सूत्र बताते हैं कि पावर ग्रिड निर्माण का कार्य कराने वाले ठीकेदार बिहार सरकार में शामिल कोशी क्षेत्र के एक दबंग मंत्री का खसम खास है, इसलिए कार्यवाही तो दूर, सही तरीके से कार्य करने की सलाह तक देने में हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि.इसकी सूचना मीडिया को मिलते ही कई नामी-गिरामी पत्र के प्रतिनिधि जरूर पहुंचे, लेकिन वे अपनी कलम की करामत नही दिखा पाए....खैर जो भी हो लेकिन सुशासन में इस तरह की लूट आम जनता के गले नही उतर रही है.
ने इसकी जानकारी जिले के आला अधिकारी समेत जनप्रतिनिधियों को लिखित व मौखिक रूप से भी दी है लेकिन कार्यवाही ढाक के तीन पात साबित हो रही है.सूत्र बताते हैं कि पावर ग्रिड निर्माण का कार्य कराने वाले ठीकेदार बिहार सरकार में शामिल कोशी क्षेत्र के एक दबंग मंत्री का खसम खास है, इसलिए कार्यवाही तो दूर, सही तरीके से कार्य करने की सलाह तक देने में हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि.इसकी सूचना मीडिया को मिलते ही कई नामी-गिरामी पत्र के प्रतिनिधि जरूर पहुंचे, लेकिन वे अपनी कलम की करामत नही दिखा पाए....खैर जो भी हो लेकिन सुशासन में इस तरह की लूट आम जनता के गले नही उतर रही है.
पावर ग्रिड निर्माण में मचा लूट, अधिकारी मौन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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June 14, 2011
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