क्या फिर से कालाबाजारियों और भ्रष्टों की होगी पौ बारह?

राकेश सिंह /१३ जून २०११
मधेपुरा सदर के एसडीओ गोपाल मीणा का स्थानान्तरण हुआ, पिछले शुक्रवार को एसडीओ को भावभीनी विदाई भी दी गयी.मालूम हो कि आईएएस गोपाल मीणा की प्रोन्नति गया के डीडीसी के रूप में हुई है.डीएम मिन्हाज आलम ने कहा कि अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए श्री गोपाल मीणा हमेशा मधेपुरा के लोगों को याद आयेंगे.

      श्री गोपाल मीणा के मधेपुरा के कार्यकाल पर यदि दृष्टिपात करें तो उनके जैसा ईमानदार और बेबाक पदाधिकारी मधेपुरा को अब तक कम ही

श्री गोपाल मीणा
मिले हैं.उनके यहाँ से जाने से जहाँ आम जनता उदास है और एक बड़ी रिक्तता महसूस कर रही है वहीं मधेपुरा के विभिन्न क्षेत्रों के कालाबाजारी तथा भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों ने राहत की सांस ली है.दरअसल श्री गोपाल मीणा ने मधेपुरा जिले में विभिन्न व्यवसाय में हो रहे कालाबाजारी पर तो धावा बोला ही था, भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों तथा शिक्षा माफियाओं के मनोबल को भी तोड़ कर रख दिया था.इसके अलावे भी श्री मीणा की निर्भीकता और तत्परता ने मधेपुरा में काफी हद तक अमन का राज कायम कर दिया था.कोई भी समस्या होने पर लोग सीधे श्री मीणा से मिलकर कहते थे,और जांच कर इनके द्वारा फ़ौरन कार्यवाही भी की जाती थी. अगर सच खुल के कहा जाय तो मधेपुरा में
एसडीओ श्री गोपाल मीणा के आने के पूर्व भ्रष्टाचारियों का बोलबाला था.कुछ व्यवसायियों तथा शिक्षा से जुड़े भ्रष्ट लोगों ने तो प्रशासन की नाक के नीचे यहाँ करोड़ों के वारे-न्यारे किये.जिसकी वजह से जहाँ आम लोगों में हताशा का भाव दिख रहा था, वहीं शिक्षा के क्षेत्र में पैसे दो, और मनचाहे अंक वाली डिग्री पाओ की बात मधेपुरा के लिए लागू थी.नये-नये कॉलेज खोलकर शिक्षा माफियाओं ने मधेपुरा से पटना तक पैसे के बल पर मैनेज कर रखा था.अब श्री मीणा के जाने से इन तत्वों के फिर से सक्रीय होने की पूरी संभावना है.सूत्रों के अनुसार श्री मीणा के मधेपुरा से जाने के बाद इनलोगों ने यहाँ जश्न भी मनाया और राहत होने की भी बात कही.
    अब एक बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या फिर से मधेपुरा में कालाबाजारियों और माफिआयों का बोलबाला हो जाएगा या फिर प्रशासन के अन्य लोग श्री मीणा द्वारा ईमानदारी और कर्मठता के बनाए गए मानदंडों को बरकरार रखने में कामयाब हो सकेंगे ?क्या अब भी लोगों की समस्या उसी तत्परता से सुलझा करेगी,जैसा श्री मीणा सुलझाया करते थे.इन सवालों का जवाब शायद आने वाले समय में ही मिल पायेगा.
क्या फिर से कालाबाजारियों और भ्रष्टों की होगी पौ बारह? क्या फिर से कालाबाजारियों और भ्रष्टों की होगी पौ बारह? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 13, 2011 Rating: 5

1 comment:

  1. S.D.O. meena ek achchhe officer ke rup me kafi dino tak yad kiye jate rahenge.

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