डूबते सूर्य को दिया गया अर्ध्य:बाढ़ का असर अब तक दिखा

नदी के घाट पर छठ मानते श्रद्धालु
कुमार आशुतोष/१२ नवम्बर २०१०
डूबते सूर्य को अर्ध्य के साथ चार दिन चलने वाले आस्था के महापर्व छठ का तीसरा दिन आज समाप्त हुआ.श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ आज मधेपुरा के विभिन्न घाटों और तालाबों  पर इस महापर्व को मनाने हेतु जुटी.सारे घाटों पर लोगों का उत्साह जम कर देखने को मिला.भक्तिमय माहौल छठ के गीत से गूंजायमान तथा दीप-अगरबत्ती से सुगन्धित हो उठा था.श्रद्धालुओं खास कर महिलाओं ने पानी में खड़े रहकर सूर्य की उपासना की.
सहरसा रोड
घर के पास गड्ढा खोदकर भी श्रद्धालुओं ने मनाया छठ
पुल,जयपालपट्टी धार,गर्ल्स कॉलेज घाट तथा अपने घर के आसपास स्वनिर्मित घाटों पर डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया.जानकारों का मानना है की इस बार नदी के घाट पर छठ मनाने वालों की संख्यां में कुछ कमी नजर आई.ये सिलसिला बाढ़ के समय से ही चल रहा है.चूंकि २००८ के बाढ़ के बाद घाटों की स्थिति खतरनाक होने के बाद लोगों ने घर के पास ही गड्ढा खोदकर तथा छत पर ही पानी जमा कर छठ मनाया था.घाटों की तुलना में ये कुछ लोगों को सुविधाजनक प्रतीत हुआ जिसके कारण वे घर पर तथा आसपास ही छठ मनाने लगे.कल सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य प्रदान करते ही आस्था का ये  महापर्व समाप्त होगा.
मधेपुरा टाइम्स के सभी पाठकों को छठ की हार्दिक शुभकामनाएँ.
डूबते सूर्य को दिया गया अर्ध्य:बाढ़ का असर अब तक दिखा डूबते सूर्य को दिया गया अर्ध्य:बाढ़ का असर अब तक दिखा Reviewed by Rakesh Singh on November 12, 2010 Rating: 5

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