एक दिवसीय गैर आवासीय कार्यशाला में गुरुवार को प्रखंड के 65 मध्य एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को विद्यालय में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से कैसे निपटे, इसे पीपीटी के माध्यम से बताया गया. बताया गया कि विद्यालय स्वास्थ्य एवं आरोग्य कार्यक्रम के,स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए कई तरह की जानकारी दी गई. स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूलों में दो शिक्षकों को स्वास्थ्य और कल्याण राजदूत के रूप में नामित किया जाता है. स्कूलों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराने की व्यवस्था की जाती है. साथ ही बच्चों को सुरक्षित जल,स्वच्छता और स्वास्थ्य की सुविधाएं प्रदान की जाएगी. इसके अलावे बच्चों को कौशल-आधारित स्वास्थ्य शिक्षा दी जाएगी. |बच्चों को कृमि मुक्ति कराने,बच्चों को सूक्ष्मपोषक तत्वों से भरपूर आहार देने, बच्चों को नियमित दृष्टि और मौखिक जांच कराने, एचआईवी टीकाकरण, शारीरिक शिक्षा (पीई) और नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल किया जाएगा. बच्चों को आयरन की गोली सैनिटरी नैपकिन, बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण के साथ बच्चों का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड रखा जाएग.
मौके पर प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार दिनकर, प्रवीण कुमार सिंह , नविन कुमार, जय कृष्ण जयी, उमा कुमारी, शैल कुमारी,संजय कुमार, हरे कृष्ण रजक, शशि शंकर यादव, विजय कुमार, वेद प्रकाश, सागर मंडल, दिनेश कुमार मंडल, बद्री कुमार समेत अन्य विद्यालय प्रधान आदि मौजूद थे.
(ए. सं.)
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