जानकारी के अनुसार झिटकिया वार्ड नंबर 8 निवासी शंकर पासवान के पुत्र 25 वर्षीय संतोष कुमार पासवान गांव के ही एक गड्डा में मछली मारने गए थे जहाँ उस गड्डा से मोटर लगा कर पानी निकाल रहे थे। उसी दौरान बिजली के करेंट लगने से वहाँ गिर गए जिसे कोई नही देख पाया. कुछ देर बाद जब उसका छोटा भाई गया तो गिरा देख हल्ला किया तो ग्रामीण लोग वहाँ पहुँच कर आनन फानन में घैलाढ़ सीएचसी ले गए। जहां सीएचसी ले जाते समय ही उसकी मौत हो गई थी। सीएससी पहुंचते ही ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने प्राथमिकी उपचार शुरू करवाते हुए पुर्जा बनवाने के लिये कहा, जहां उन्हें हाय सेंटर रेफर कर दिया गया। इतने में एंबुलेंस ड्राइवर के साथ परिजन हाथापाई करने लगे।
डॉक्टरो पर समय पर इलाज नहीं करने के आरोप
इसके बाद गुस्साए परिजनों के साथ डॉक्टर पर समय पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी और ड्यूटी डॉक्टर के खिलाफ लोग आक्रोशित हो गए. आक्रोशित लोगों को देखते हुए डॉक्टर किसी तरह जान बचाकर निकल गए। हंगामा बढ़ते देख पुलिस कर्मियों को बुलाया गया। उसके बाद पुलिस अधिकारियों के काफी मशक्कत के बाद समझाने पर मामला शांत हुआ और युवक के सब को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेजा गया । पोस्टमार्टम करने के बाद परिजन मृतक के शव को घर ले आए। उसका बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक संतोष कुमार पासवान को एक पुत्र और दो छोटी पुत्रियां भी हैं। पिता की मौत के बाद तीनो बच्चे और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। उधर गांव में जवान युवक की मौत के बाद गम का माहौल है।
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