पूरे जिले मे छठ पर्व को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया था वहीं दूसरी ओर श्रध्दालु को कोई परेशानी न हो उनकी सारी व्यवस्था कर रखी थी.साथ ही अप्रिय घटना से निपटने के लिए सारी व्यवस्था की थी। जिला प्रशासन ने छठ पर्व को लेकर विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया था जहां पल पल की जानकारी ली जा रही थी। जिला प्रशासन ने विद्युत् विभाग को किसी परिस्थिति से निपटने तैयार रहने का आदेश दे रखा था ।
चार दिन से चले आ रहे महापर्व छठ को लेकर मधेपुरा जिला पदाधिकारी तरन जोत सिंह और पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह स्वयं निगरानी कर रहे थे । जिला प्रशासन ने सम्पूर्ण जिले कमोबेश तमाम नदी के तट पर श्रद्धालु को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए तमाम व्यवस्था की गई थी ।
जिला मुख्यालय के भीरखी घाट पर श्रध्दालुओं की भारी भीड़ को देखते सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया. एन एच 107 पथ पर बैरिकेटिंग कर रखा था जहां बाइक और चार चक्का गाड़ियों के घाट तक जाने पर प्रतिबंध लगा रखा था. इस बार एक महत्वपूर्ण बात कि वाहन के लिए विशेष पार्किंग की व्यवस्था की गई थी, जिसके कारण श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ के बावजूद किसी कोई परेशानी नही दिखी. सभी घाटों पर एसडीआरएफ और अग्नि शामक दस्ता के साथ गोताखोर को तैनात किया था, जिला मुख्यालय के सभी घाटो पर गुरूवार की शाम से पुलिस वल तैनात किया था स्वयं एएसपी प्रवेन्द्र भारती सहित पुलिस के आलाधिकारी गश्त लगाते दिखे ।
छठ पर्व लेकर श्रध्दालुओं में भारी उत्साह दिखा. इस मौके लायंस क्लब ने श्रध्दालुओं को अर्ध्य के लिए दूध का वितरण किया। छठ धाट को रंगबिरगी बल्व, फूलमाला से सजाया गया था, बच्चो के मनोरंजन के लिए विशेष इंतजाम किया गया था।
गुरूवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य श्रध्दालुओं ने दिया वहीं शुक्रवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्ध्य देने के बाद चार दिन से चला आ रहा आस्था का महापर्व सम्पन्न हो गया।
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