प्लेटफार्म संख्या एक पर स्थित शौचालय में ताला लगा रहता है. इस कारण खासकर महिला यात्रियों को प्रातः कालीन ट्रेन के समय इधर उधर भटकना पड़ता है. शौचालय का पूरा परिसर अंधकार में डूबा रहता है. इसके अलावे पीने का शुद्ध पानी, स्टेशन सेड, चहारदीवारी आदि के नहीं रहने से भी आमजनों व यात्रियों को परेशानी होती है.
उपरोक्त बावत पूछे जाने पर स्टेशन अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि शरारती तत्वों द्वारा शौचालय परिसर को गंदा कर दिया जाता है तथा दरवाजे को भी नुकसान पहुंचाता है. इस कारण उसमें ताला लगा के रखा जाता है. हालांकि उन्होंने ट्रेन के समय ताला खोलने की बात कही लेकिन सोमवार की सुबह ट्रेन परिचालन के समय शौचालय में ताला लटक रहा था. वर्तमान समय में उक्त रेलखंड पर तीन तीन जोड़ी ट्रेन का परिचालन किया जाता है बावजूद स्टेशन परिसर में यात्री सुविधा का घोर अभाव है.
(रिपोर्ट: रानी देवी/ मधेपुरा टाइम्स)
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