राष्ट्रीय बालिका दिवस पर रंगोली, खेल प्रतियोगिता के साथ-साथ बेटियों को दुर्गा माँ का रुप देकर मनाया दुर्गापूजा
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी स्वाति कुमारी द्वारा बताया गया की बेटियों के सर्वांगिंग विकास के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बेटी किसी से काम नहीं है। बेटा- बेटी दोनों में भेदभाव ना करें। बेटियों को सही शिक्षा देकर उन्हें अपने पैर पर खड़े होने के लिए प्रेरित करें। बेटियां सब कुछ कर सकती है जरूरत है उन्हें अवसर देने की। बेटी हर परिवार के लिये एक अनमोल उपहार है जिसको शिक्षा का अधिकार है। हमें रूढ़िवादी विचारों को भूलकर बेटियों को शिक्षा देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या एक अपराध है। पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत भ्रूण हत्या, गर्भधारण के बाद लिंग परीक्षण कराने पर 3 वर्ष से 5 वर्ष तक की जेल एवं 10 से 50 हजार तक का जुर्माना हो सकता है।

No comments: