मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मृतकों में शंकरपुर थाना क्षेत्र के रामपुर लाही वार्ड पांच निवासी मो. हनीफ (45) के घर पर मातम पसरा हुआ है। मो. हनीफ की पत्नी समीदा खातून ने बताया कि लगभग डेढ़ साल पहले उनके पति जम्मू कश्मीर गए थे। वहां वह एपको इंफ्राटेक प्राइवेट कंपनी में पेंटर का काम कर रहे थे। वहां पेंटिंग का काम लगभग समाप्त हो गया था और इसी महीने हुआ वापस लौटने वाले थे। दो-तीन दिन पहले उनसे बात हुई थी तो बताया था कि इस बार घर आने पर छोटी बेटी की शादी करेंगे और घर भी बनाएंगे। लेकिन रविवार की शाम में वहां काम कर रहे एक मजदूर ने फोन कर बताया कि आतंकवादी हमले में मो. हनीफ की मौत हो गई है।
उन्होंने कहा कि लगभग ढाई साल पहले उनकी बड़ी बेटी रुकसाना खातून की शादी हुई थी। जिसका 2 लाख रुपए कर्ज अभी भी बाकी है। अब छोटी बेटी सजदा खातून की भी शादी करनी है। पति के मौत से उनके ऊपर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह लोगों से यही कहती है कि अब उनकी जिंदगी कैसे कटेगी। उन्होंने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि पारसमणी आजाद ने कहा कि मो. हनीफ बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं। आतंकवादी हमले में उनकी मौत से दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 15 लाख मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बिहार में रोजगार की सुविधा होती तो यहां के मजदूरों को दूसरे प्रदेश नहीं जाना पड़ता। बताया गया कि मृतक को दो पुत्री है।

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