बिहार राज्य सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सदस्यों ने दिया धरना

मधेपुरा/ अनुदान नहीं वेतन देने सहित अन्य स्थानीय मांगों को लेकर बिहार राज्य सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सदस्यों ने शुक्रवार को बीएनएमयू में धरना दिया। धरना में शिक्षक और कर्मचारियों ने राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। 

धरना में मधेपुरा, सहरसा और सुपौल जिले के लगभग सभी कॉलेजों से शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित हुए। शिक्षकों ने कहा कि तीस चालीस साल से बिना वेतन के काम कर रहे शिक्षक और कर्मचारियों की समस्या समाधान पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। इस कारण उनके परिजनों में आर्थिक तंगी उत्पन्न हो गई है। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किए जाने वाले परीक्षा, उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन और प्रैक्टिकल का पारिश्रमिक समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। 

धरना में बैठे शिक्षक और कर्मचारियों ने कहा कि अब लड़ाई आर पार की होगी। इधर, धरनार्थियों से बात करने डीएसडब्ल्यू सह प्रभारी कुलसचिव डॉ. अशोक कुमार सिंह, विकास पदाधिकारी डॉ. ललन कुमार अद्री, परिसंपदा पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार पोद्दार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. शंकर कुमार मिश्र पहुंचे। पदाधिकारियों ने संघ की मांग पत्र पर विस्तार के चर्चा की। इस दौरान हल्की नोंक झोंक भी हुई। पदाधिकारियों ने सभी आठ सूत्री मांगों पर सहानुभूति पूर्वक समाधान का आश्वासन दिया। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि छठ के बाद सभी बकाए पारिश्रमिक का भुगतान कर दिया जाएगा। डीएसडब्ल्यू ने कहा कि कॉलेजों से मिलने वाले आंतरिक श्रोत की राशि का बंटवारा करने के लिए कॉलेजों को सख्ती से पत्र लिखा जाएगा। सेवा सामंजन से संबंधित मांग पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में विचार विमर्श किया जा रहा है। संबद्ध कॉलेज के शिक्षक को टैबुलेटर बनाए जाने पर कुलपति से निर्देश मांगा जाएगा। अन्य मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा हुई। 

धरना की अध्यक्षता विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार यादव ने की। संचालन प्रो. अभय कुमार ने किया। मौके पर प्रो. राजेंद्र यादव, प्रो. बैद्यनाथ यादव, डॉ. संजय कुमार परमार, प्रो. पुष्पलता सिंह, डॉ. गीता यादव, प्रो. बिजेंद्र नारायण यादव, प्रो. दीपक कुमार सिंह, प्रो. समीमुल्ला, प्रो. प्रमोद कुमार सिंह, त्रिपुरेंद्र सिंह, कामेश्वर यादव, कैलाश यादव, प्रो. अर्जुन कुमार, प्रो. सत्येंद्र यादव, प्रो. नव नंदन मेहता, प्रो. ललन कुमार, प्रो. देव नारायण यादव, प्रो. निवेंद्र कुमार, प्रो. किरण कुमारी, प्रो. रमेश कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी मौजूद थे।

बीएनएमयू के पदाधिकारी को सौंपा आठ सूत्री मांग पत्र

मधेपुरा। बीएनएमयू में संबद्ध कॉलेज के शिक्षकों के धरना में पहुंचे विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को संघ द्वारा आठ सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। मांग पत्र में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के संकल्प 2008 में लिए गए संकल्प को संशोधन करते हुए 2018 से कॉलेजों का अंगीभूतीकरण या नियमित मासिक वेतन या यूजीसी स्केल करने के लिए सरकार को पत्र प्रेषित किया करने की मांग की गई। स्नातक के सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक परीक्षा (2021-2024) का पारिश्रमिक भुगतान अविलंब करने, बीआरए विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के तर्ज पर डिग्री के उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन का पारिश्रमिक 30 रुपए सीए 500 रुपया तथा ठहराव भत्ता 750 रुपए भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय। महाविद्यालय से प्राप्त कुल आंतरिक स्त्रोत का 70 प्रतिशत राशि शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मीयों के बीच भुगतान सुनिश्चित करने, विश्वविद्यालय के सभी समितियों में तथा सारणीयक कार्य में सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षकों की भागीदारी देने की मांग शामिल रहे। शिक्षकों ने सीनेट एवं सिंडिकेट का चुनाव शीघ्र करने, सेवा सामंजन से वंचित शिक्षकों का चयन समिति के द्वारा सेवा समांजन करने तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की सेवा सामंजन करने की मांग की। छात्रों के नामांकन में गृह प्रखण्ड में अवस्थित महाविद्यालय में यूएमआईएस के माध्यम से चयन समिति सुनिश्चत करके नामांकन करायी जाय। नामाकन के लिए यूएमआईएस द्वारा बार-बार शुल्क विषय बदलने की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की।

बिहार राज्य सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सदस्यों ने दिया धरना बिहार राज्य सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सदस्यों ने दिया धरना Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 25, 2024 Rating: 5

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