आइसा नेताओं का मांग था कि हमारी मांगों पर कुलपति महोदय से वार्ता हो और सभी छात्रों के सामने हो, लेकिन कुलपति के द्वारा प्रतिनिधि मंडल बनाकर वार्ता करने की बात की गई. काफी नोक झोंक के बाद आइसा द्वारा पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल कुलपति से वार्ता करने पहुंचे. जिसमें आइसा राज्य सचिव शब्बीर कुमार,आइसा सुपौल के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सियोटा,मधेपुरा जिला सचिव पावेल कुमार, कृष्णा कुमार, एजाज अहमद थे.
आइसा ने कुलपति से मिल 23 सूत्री मांगों को सौंपा जो निम्न हैं...
1) महिला उत्पीड़न के आरोपी परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर शंकर मिश्रा पर कार्रवाई हो और पीड़ित छात्रा को न्याय मिले. 2) आंदोलनकारी छात्र नेताओं का पीएचडी से निलंबन वापस हो. 3) प्रोक्टर विमल सागर की डिग्री की जांच हो. 4) विश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित प्रशासनिक कैंपस एवं नॉर्थ कैंपस में मूलभूत सुविधा पानी, बिजली ,सुरक्षा का इंतजाम हो. 5) विश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित गर्ल्स हॉस्टल अविलंब चालू हो. 6) विश्वविद्यालय मुख्यालय में आरटीपीएस काउंटर का इंतजाम हो जहां से सभी तरह के प्रमाण पत्र मिलने की सुविधा हो. 7) मूल प्रमाण पत्र निर्गत करने की समय सीमा तय हो. 8) बीएनएमयू क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों में कई विषयों में एक भी शिक्षक नहीं है, जिसका अविलंब इंतजाम हो. 9) वोकेशनल विषय में मास्टर्स की पढ़ाई चालू हो. 10)विश्वविद्यालय में पत्रकारिता नाट्य शास्त्र एवं लोक कला जैसे विषयों की पढ़ाई शुरू हो. 11) छात्र संघ चुनाव अविलंब कराया जाए. 12) विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में जर्जर हॉस्टल का पुननिर्माण हो और जिस कॉलेज में हॉस्टल नहीं है वहां हॉस्टल का निर्माण हो. 13)विश्वविद्यालय में चल रही बी.एड, एम.एड, बीसीए, बीबीए एवं बायोटेक का सरकारी बजट में अधिग्रहण हो. 14) राज्य सरकार के निर्देशानुसार एससी-एसटी तथा छात्रों की शिक्षा मुफ्त है ,बावजूद कॉलेज द्वारा फीस वसूली क्यों, जबाव दो. 15) विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत कॉलेज मे सीट की वृद्धि की जाए ,सभी रिक्त पदों पर शिक्षक कर्मचारियों की स्थाई बहाली हो. 16)भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय और उनके अंतर्गत सभी महाविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण बेहतर हो और सत्र नियमित किया जाए. 17)सभी केंपसों में जीएस कैश बहाल करो, महिलाओं और लैंगिक अल्पसंख्यकों के लिए समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करें. 18)निजी डेटा एजेंसी को बंद कर विश्वविद्यालय स्तरीय डाटा बैंक स्थापित हो. 19)संविदा कर्मियों को सम्मानजनक वेतन देने की गारंटी की जाए. 20)नियमित रूप से पेट परीक्षा आयोजित किया जाए. 21)सुपौल जिले के बी.एस. कॉलेज में B.Ed की पढ़ाई शुरू हो. 22)त्रिवेणीगंज स्थित अनूप लाल यादव महाविद्यालय को सरकारी कॉलेज का दर्जा मिले. 23)लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे ऐसा नेता अरमान अली समेत तमाम छात्र नेताओं का निलंबन वापस हो.
प्रदर्शन में विश्वविद्यालय संयोजक अरमान अली, राज किशोर राज, मनीष यादव, विकास कुमार, क्रांति यादव, मंजेश कुमार, विजय, रमाकांत, कुंदन, श्याम कुमार, राजीव कुमार, राजकिशोर, नीरज, अभिषेक, लवकुश, मो. सौरभ, प्रीतम कुमार, कृष्ण कुमार, संजय कुमार, अमित कुमार, मनीष मेहरा, नीतीश कुमार, सोनू यदुवंशी, मयंक कुमार समेत दर्जनों छात्र मौजूद थे.
(वि.)
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