योजना पट्ट को कालीख से पोतने और योजना बोर्ड को तोड़ने पर राजनीति गरमाई

आलमनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी पर एक दल के प्रभाव में आकर विधानसभा सभा उपसभापति सह स्थानीय विधायक के लगे योजना पट्ट को कालीख से पोत देना एवं भागीपुर पंचायत में लगे योजना के बोर्ड को बी डी ओ द्वारा असामाजिक तत्व के साथ मिलकर तोड़ देने के आरोप को लेकर राजनीति गरमा गई है.

 बी डी ओ के खिलाफ चुनाव जिला पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. प्रखंड जदयू कार्यालय आलमनगर में प्रखंड अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा चुनाव आदर्श आचार संहिता के नाम पर एक दलीय विशेष के इशारे पर एक पक्षीय मनमानी करने के आरोप लगाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी के खिलाफ निर्वाचन आयोग से शिकायत करने का निर्णय लिया. 

इस बाबत प्रखंड जदयू अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि आलमनगर विधानसभा सदस्य माननीय विधायक सह उपाध्यक्ष बिहार विधानसभा पटना के द्वारा योजना विकास मद की राशि से आलमनगर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायत में योजना की अनुशंसा की गई, जिसमें मध्य विद्यालय शिवमंगल सिंह बासा, उच्च विद्यालय बजराहा , प्राथमिक विद्यालय तुलसियाही उपयुक्त तीन विद्यालय का चार दिवारी एवं तुलसीयाही का भवन निर्माण मद में राशि की अनुशंसा माननीय विधायक जी द्वारा योजना विकास मद से की गई है. उपर्युक्त तीन विद्यालय के गेट पर एवं विद्यालय के भवन पर माननीय विधायक जी का नाम अंकित था. प्रखंड विकास पदाधिकारी आलमनगर ने तीनों विद्यालय के प्रधानाध्यापक के साथ उत्क्रमित उच्च विद्यालय भागीपुर के प्रधानाध्यापक को भी एक पत्र जारी किया गया जिस पत्र में प्रखंड विकास पदाधिकारी आलमनगर ने विद्यालय से नाम हटाने का आदेश प्रधानाध्यापक को दिया गया जिसमें वेतन स्थगित के साथ अनुपालन प्रतिवेदन देने का समय 24 घंटा दिया गया एवं प्राथमिक के दर्ज करने की धमकी भी दी गई. प्रखंड विकास पदाधिकारी  आलमनगर खौफ से प्रधानाध्यापक द्वारा माननीय विधायक जी के नाम पर चूना और कालिख से पेंट कर दिया गया जबकि उसमें नाम को कपड़ा से ढकना था. जब राशि पर नाम लिखा नहीं रहेगा तो कौन समझेगा किसका और किस योजना से राशि है. सचिवालय में माननीय मुख्यमंत्री जी का नाम है अनुमंडल मुख्यालय में प्रधानमंत्री जी का नाम बोर्ड पर अंकित है। यहां माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष की अवमानना की गई है. उच्च विद्यालय भागीपुर का गेट एवं ग्रिल का निर्माण पंचायत के षष्ठम योजना से हुआ था जिसकी  लंबाई 20 फीट एवं चौड़ाई 15 इंच  है यह ग्रेनाइट पत्थर का है इस बोर्ड पर योजना का नाम योजना का संख्या विद्यालय का नाम प्रकलित राशि एवं माननीय मुखिया का नाम अंकित है. प्रधानाध्यापक उच्च विद्यालय भागीपुर ने  बोर्ड का फोटो खींचकर व्हाट्सएप द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आलमनगर को भेज दिया गया फिर भी दिनांक 4 अप्रैल को शाम 6:30 बजे निशांत कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी आलमनगर समर्थित दल के व्यक्तियों के साथ विद्यालय पहुंचकर छैनी  हथौड़ी से ग्रेनाइट पत्थर को तोड़कर फेंक दिया गया. पंचायत के मनरेगा भवन से भी बोर्ड को उखाड़ दिया गया पुस्तकालय भवन से अरुण शाह के घर तक नाला दोनों ओर की योजना में पुस्तकालय के निकट लगे ग्रेनाइट वाला बोर्ड को तौड़ कर फेंक दिया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी आलमनगर एक राजनीतिक दल के खास व्यक्ति के इशारे पर काम कर रहे हैं. उनके रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है. वहीं इस बाबत भागीपुर पंचायत के मुखिया रमेश कुमार रमण का कहना है कि इस भागीपुर पंचायत के ग्रामीण एवं उनके द्वारा चुनाव आयोग पटना सहित अन्य पदाधिकारी सहित जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर कारवाई की मांग की गई है.          

आलमनगर प्रखंड जदयू अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह आजाद का कहना है कि इस वीडियो के रहते निष्पक्ष चुनाव करान संभव नहीं है एक दल विशेष के साथ मिलकर यह ऐसा काम कर रहे हैं इस पर हर हाल में कार्रवाई की जाए।             

वहीं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी निशांत कुमार ने बोर्ड तोड़ने से इनकार किया. 

इस दौरान पूर्व प्रखंड अध्यक्ष राजेश्वर राय, नरथुआ भागीपुर  पंचायत के मुखिया रमेश कुमार रमन, चंद्रशेखर चौधरी सहित कई लोग मौजूद थे।

(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)

योजना पट्ट को कालीख से पोतने और योजना बोर्ड को तोड़ने पर राजनीति गरमाई योजना पट्ट को कालीख से पोतने और योजना बोर्ड को तोड़ने पर राजनीति गरमाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 06, 2024 Rating: 5

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