वहीं भाषण में ऋषभ राज को उत्साह वर्धन पुरस्कार के लिए चुना गया. डॉ आलोक कुमार ने बताया कि यह संस्था साढ़े तीन दशक से जिले की प्रतिभाओं को तराशने में लगातार सक्रिय है. यहां से निकली प्रतिभाएं आज विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित हैं. भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में प्रो. विनय कुमार चौधरी, प्रो. सीताराम शर्मा, हर्ष वर्धन सिंह राठौर और सुगम संगीत में प्रो. बच्चन, प्रो. रीता, प्रो. सुरेश कुमार शशि ने निभाई. सभी निर्णायक मंडल सदस्यों ने अपने संबोधन में वर्षों से जारी आयोजन की सराहना करते हुए भाग लेने वाली सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीएनएमयू के पूर्व कुलसचिव प्रो. शचींद्र ने कहा कि आज की भागमभाग के दौर में ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन सुंदर भविष्य के सृजन जैसा है. कार्यक्रम को प्रो. सिद्धेश्वर काश्यप, सियाराम यादव मयंक, चिरामणि प्रसाद यादव, कामरेड गणेश मानव, इंजीनियर महेंद्र नारायण मंडल आदि ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर मनोज कुमार यादव, अरुण कुमार मंडल, सतीश चंद्र, आनंद कुमार, अंकेश, सौरभ सुमन, दुखन यादव, सुनील, संजीव लोचन, निखिल आदि उपस्थित रहे.
प्रतियोगिता प्रतिभाओं में भरती हैं उड़ान
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम सुशांत कुमार के तैलीय तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की. सफल प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र, उपहार से सम्मानित करने के उपरांत पुरस्कार प्रदानकर्ता जिले के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण कुमार मंडल ने कहा कि प्रतियोगिता प्रतिभाओं को निखारने के साथ साथ उसमें उड़ान भरने का काम करती है. प्रतियोगिता में सफल होना खुशी का सर्वोच्च क्षण होता है. यहां से निकली प्रतिभा अपने क्षेत्रों में अलग पहचान स्थापित करें यही मूल उद्देश्य होना चाहिए. आयोजन समिति धन्यवाद के पात्र हैं जो दीर्घकाल से लगातार आयोजन को जारी रखे हुए हैं.
मुख्य अतिथि जिला विकास परियोजना पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने कहा कि ऐसे आयोजन वर्तमान दौर की जरूरत है. बच्चों के अंदर अनगिनत प्रतिभाओं का संगम होता है. इस प्रकार का आयोजन ऐसी प्रतिभाओं को तराशने का माध्यम बनता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष बीएनएमयू के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि सुशांत स्मृति युवा प्रतियोगिता जिले की प्रतिभाओं को तराशने का ऑक्सीजन सिलिंडर है. इसे अनवरत जारी रखना चाहिए.
इस मौके पर प्रो. बच्चन, प्रो. रीता, आलोक कुमार, प्रो. सुरेश कुमार शशि, ओम आनंद आदि ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम में सुशांत को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक युवा रंगकर्मी विकास कुमार ने किया.
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