वाद-विवाद प्रतियोगिता में ग्रामीण क्षेत्र के 25 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी पुरस्कृत

सृजन दर्पण ने वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के 25 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी छात्र छात्राओं को आयोजन समिति ने पुरस्कृत किया. 

गुरुवार को जिला मुख्यालय के सदर प्रखंड अंतर्गत तुलसीबाड़ी पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय राजपुर में सृजन दर्पण के संस्थापक एवं शिक्षाविद् बालकृष्ण प्रसाद यादव की 62वीं जयंती समारोह के अवसर पर छात्र-छात्राओं के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित किया गया. बड़ी संख्या में उत्साह के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों ने भाग लिया. जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 25 प्रतिभागी छात्र छात्राओं को आयोजन समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया.

उक्त जानकारी संस्था सचिव रंगकर्मी बिकास कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि बालकृष्ण बाबू की कृतियां अमर है. उनके द्वारा स्थापित निःशुल्क शिक्षा पाठशाला और सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था बेहतर समाज के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही है. उन्हें विश्वास है कि यह परम्परा आगे और समृद्ध होगी. 

प्रतियोगिता के कार्यक्रम संयोजक इंजीनियर विक्रम कुमार ने बताया कि निःशुल्क पाठशाला अभिनय शुरु करने का उद्देश्य यही था कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कारित भी करना है. पढ़ाई के आलावे आम जीवन के लिए जरूरी बातों को समाहित किया जाना है. बाहरी वातावरण का असर बच्चों पर अधिक पड़ता है. हमारे बच्चे गौरवमय अतीत के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं. ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए ही निःशुल्क शिक्षा पाठशाला की शुरुआत की गई है. पहले बच्चों को परिवार से, स्कूल से और आसपास के वातावरण से संस्कार मिला करती थी, जिसका आजकल समाज में अभाव हो गया है. 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधान शिक्षक विजेन्द्र यादव ने कहा कि विराट था शिक्षाविद् बालकृष्ण बाबू का व्यक्तित्व. एक कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक के रूप में बच्चों के बीच शिक्षा का अलख आखरी दम तक जलाते रहे, विद्यालय समय के बाद कई गैर-सरकारी संस्थाओं से जुड़कर शिक्षा पाठशाला अभिनय चलाते थे. उन्होंने कहा कि गीत-संगीत, योग, पर्यावरण सहित खेलकूद के प्रति उनका काफी लगाव था. 

वरीय शिक्षिका नीलम कुमारी ने कहा कि एक कुशल शिक्षक अपने विद्यार्थियों के जीवन को शिक्षा द्वारा श्रेष्ठ व महान बनाकर दुनिया में जीवन जीने की कला सिखाते हैं. शिक्षक के रूप में बालकृष्ण बाबू ने कोशी प्रमंडल में अपनी अलग पहचान बनाई है. उन्होंने कहा कि वे एक मृदु भाषी व्यक्ति थे. शिक्षा, सच्चाई, सादगी, इमानदारी, निःस्वार्थ की भावना उनके अंदर कूट-कूट कर भरी हुई थी. इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित रसोई मुन्नी देवी और ममता कुमारी मौजूद थी.

वाद-विवाद प्रतियोगिता में ग्रामीण क्षेत्र के 25 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी पुरस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता में ग्रामीण क्षेत्र के 25 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी पुरस्कृत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 04, 2024 Rating: 5

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