अतिक्रमणकारियों का आरोप था कि पंचायत समिति ही हम लोगों का घर तोड़वाया है जिसके एवज में ₹75000 की मांग कर रहा था। तब जाने देंगे। इस कि सूचना पंचायत समिति के परिजन को मिला तो उन्होंने थाना को फोन पर जानकारी दी। जानकारी मिलते ही ओपी अध्यक्ष विकास कुमार ने दलबल के साथ पहुंचकर पंचायत समिति सदस्य को ढाई घंटे के बाद मुक्त कराया।
मिली जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र के लिए पहले वहीं पर दूसरा जमीन को चिन्हित कर एनओसी दिया गया था । जिसको लेकर एक माह पूर्व ग्रामीण लोगों ने पंचायत बिठाकर निर्णय लिया कि जमीन सीलिंग वाला है तो पुनः उसे निरस्त कर दूसरे जगह का एनओसी दिया गया। जिसकी जानकारी मिलते ही गांव के ही सुरेंद्र यादव एवं मनोज मेहता उस जमीन को कब्जा कर टट्टी का घर चढ़ा रहे थे । जिसे अंचलाधिकारी द्वारा अतिक्रमण मुक्त करने को कहा गया। अतिक्रमण मुक्त नहीं करने पर बुधवार को सीओ ने अपने दल बल के साथ पहुंचकर अतिक्रमण मुक्त कराया।
वहीँ अतिक्रमणकारियो का कहना है कि अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नोटिस भेजना चाहिए. हम लोग को नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है. जबरदस्ती आकर हम लोगों का क्षति पहुंचाया। वहीं सीओ चंदन कुमार से पूछे जाने पर बताया कि अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नोटिस भेजा गया था अतिक्रमण मुक्त नहीं करने पर कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में ओपी अध्यक्ष से पूछे जाने पर बताया कि पीड़ित पक्ष द्वारा आवेदन नहीं मिला है, आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

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