विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि महीनों से मणिपुर में हिंसा जारी है. लोगों के घरों को जलाया जा रहा है, हत्याएं हो रही है, महिलाओं और बच्चियों के साथ अमानवीय व्यवहार के वीडियो वायरल हो रहे है लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार की संवेदनहीनता, चुप्पी और निष्क्रियता ही मणिपुर में हिंसा और अराजकता का माहौल कायम कर रहा है. आज देश की जनता मोदी सरकार से सवाल कर रही है कि क्या मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है ? आज मोदी जी पूरी दुनिया घूम रहे हैं लेकिन उन्हें मणिपुर जाने का समय नहीं है.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि पिछले दिनों जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. यह बहुत ही दुःखद है. मणिपुर की आवाम खौफ में जीवन जीने को मजबूर है. अभी तक हजारों लोगों ने अपने घरबार छोड़कर जान बचाने के लिय बाहर निकल रहे हैं. राज्य और केंद्र सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है.
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, सतीश यादव, विपिन कुमार, जयकिशुन कुमार, अंशु पासवान, श्रवण कुमार, प्रदीप कुमार, पुरुषोत्तम कुमार, रामविलास कुमार, मुन्ना कुमार, रंजित कुमार, छोटू कुमार, सुमन कुमार, आयुष कुमार, लालबहादुर कुमार, आशीष कुमार, नीतीश कुमार, सत्यम कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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