गीत और नाटक के माध्यम से रंगकर्मियों ने दिखाया कि पशु -पक्षी सहित मानव जीव के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी है।पर्यावरण में हो रहे क्षरण से पारिस्थितिकी में असंतुलन पैदा हुआ है. इसके कारण तरह- तरह के नवीन रोगाणु पैदा हुए हैं। कलाकारों ने अपने संदेश मूलक अभिनय से यह दिखाने का प्रयास किया कि तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि मौसम वैज्ञानिकों के ओर बताया जा रहा है।इस सब का निदान अधिक से अधिक वृक्षारोपण से संभव है। कार्यक्रम के अनंत में मौजूद लोगों को रंगकर्मियों ने वृक्ष को बचाने की संपथ भी दिलाई । मौके पर छात्रों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों की शानदार प्रस्तुति के लिए उत्साहवर्धन भी किया।
नुक्कड़ नाटक के मंचन के दौरान संवाद कर बताया कि हर शुभ अवसर पर अपने आस-पास पौधारोपण तो जरूर करें। कलाकारों ने लोगों से अपिल भी किया कि अब समय आ गया है हर 500 मीटर की दूरी पर एक बरगद ओर एक पीपल का पौधा लगाएं तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त देश और समाज होगा। रंगकर्मियों ने कहा बरगद और पीपल के पत्ते का फलक अधिक और ठंडक पतला होता है जिस वजह से शांत मौसम में भी पत्ते हिलते रहते हैं और स्वच्छ आक्सीजन देते रहते हैं। वैसे भी बरगद और पीपल को वृक्षों का राजा कहते है। उन्होंने कहा शहर को हरियाली एवं स्मार्ट सिटी बनाने हेतु पौधारोपण अवश्य करें।
अपने बेहतरीन प्रस्तुति से आंकाक्षा प्रिया,रेशम कुमारी, सृष्टि कुमारी, मौसम कुमारी, नीरज कुमार, नितेश कुमार, बिकास कुमार ने लोगों के दिल जीत लिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक मनीष कुमार,विधालय के प्रधानाध्यापक विभा कुमारी, शिक्षिका अंशु माली, रेनु कुमारी, रत्न कुमारी, बबिता कुमारी, नितु कुमारी, शिक्षक उमेश कुमार, सुभाष कुमार, रुपेश कुमार,रोहन कुमार, अभिनाश कुमार सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थीं।
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