मधेपुरा का अतीत गौरवशाली, वर्तमान उपलब्धियों का, भविष्य में अनेकानेक संभावनाएं : चंद्रिका यादव

कोसी के मुहाने पर अवस्थित चारों ओर से छः जिलों से घिरा है मधेपुरा. डॉ जगन्नाथ मिश्र के मुख्यमंत्रित्व काल व उनकी उपस्थिति में प्रथम डीएम एस.पी. सेठ व प्रथम एसपी अभयानंद के नेतृत्व में 9 मई 1981 को सात प्रखंडों के साथ बिहार के नक्शे पर जिला के रूप में आया. बीस लाख से ज्यादा की आबादी रखने वाले इस जिले की राजनीतिक, धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व आले दर्जे की है. रामायण, महाभारत, मौर्य, कुषाण वंश, मुगल काल, स्वतंत्रता आंदोलन में भी इस जिले की अमिट निशानी देखने को मिलती है.

उक्त बातें जिला मुख्यालय के माया विद्या निकेतन परिसर में मधेपुरा जिला स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय की संचालिका सह निजी विद्यालय संघ की जिला सचिव चंद्रिका यादव ने कही. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी यह क्षेत्र विभिन्न स्तरों पर अपनी राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पहचान को दर्शाता रहा है. स्थापना के मात्र चार दशक के सफर में इसकी उपलब्धि उच्च स्तरीय रही है. वहीं सफर के कई आयाम अभी और बाकी हैं. राजनीतिक आइने में रासबिहारी मंडल, भूपेंद्र नारायण मंडल, शिव नंदन प्रसाद मंडल, बी.पी. मंडल आदि इसके चमचमाते सितारे हैं. शिक्षा का माहौल बनाने में कोसी के शिक्षा दधीचि कहे जाने वाले कीर्ति नारायण मंडल का त्याग बेमिसाल है. जिसकी बदौलत इस जिले में विश्वविद्यालय व दर्जनों उच्च शिक्षण संस्थान हैं. वहीं सिंहेश्वर स्थान, चंडी स्थान, श्री नगर, रामनगर, बसंतपुर, शतोखर, बाबा कारू खिरहरी स्थान आदि इसके गौरवशाली अतीत को प्रमाणित करते हैं. जिला बनने के बाद मधेपुरा तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है. एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, लॉ, इवनिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज हमारे बढ़ते कदम का प्रमाण है. विश्व स्तरीय विद्युत रेलवे इंजन कारखाना इस जिले को नई ऊंचाई दे रहा है.

जिला स्थापना दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

मधेपुरा जिला स्थापना दिवस पर माया विद्या निकेतन परिसर में बच्चों के बीच कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. असेंबली में जहां जिले के महापुरुषों की तस्वीरों से परिचय कराते हुए जहां उनके योगदानों को बताया गया. वहीं मधेपुरा बेस प्रश्नों पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. जिसमें छात्र छात्राओं की भागीदारी बड़ी संख्या में रही. वहीं कई बच्चों ने इस अवसर पर आर्ट भी बनाया. स्थापना दिवस के मौके पर कर्पूरी चौक पर विद्यालय द्वारा शुद्ध पेयजल का स्टॉल भी लगाया गया. इस अवसर पर विद्यालय के कई शिक्षकों व छात्रों ने भी मधेपुरा जिले से जुड़े कई अनछुए पहलुओं को रखा. सबों ने एक स्वर में माना कि सबके सहयोग से मधेपुरा विकास पथ पर नई-नई ऊंचाइयों को छू सकता है. इस अवसर पर सभी शिक्षक, छात्र छात्राओं की भागीदारी रही.

मधेपुरा का अतीत गौरवशाली, वर्तमान उपलब्धियों का, भविष्य में अनेकानेक संभावनाएं : चंद्रिका यादव मधेपुरा का अतीत गौरवशाली, वर्तमान उपलब्धियों का, भविष्य में अनेकानेक संभावनाएं : चंद्रिका यादव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 09, 2023 Rating: 5

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