विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू में छात्रों का शोषण चरम पर है, समस्याओं का अंबार है, सुविधाओ का भारी अभाव है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन संवेदनहीन बनी हुई है । हर वर्ष करोड़ो - अरबों का बजट पास होता है लेकिन छात्रों की स्थिति दिनोदिन बदतर होते जा रही है । उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि शौचालय, पेयजल और बैठने तक की बेहतर व्यवस्था नहीं है । उन्होंने कहा कि जब छात्रों के स्थिति और सुविधाओ के तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है तो फिर सीनेट की क्या औचित्य रह जाता है । जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि छात्रों के शोषण, सुविधाओ और भविष्य से कोई लेना देना नही है । बीएनएमयू परिसर, टीपी कॉलेज और पार्वती साइंस कॉलेज में स्थित छात्रावास को शुरू करवाने के तरफ से वीवी प्रशासन के द्वारा वर्षो से आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन अभी तक शुरू नहीं हुआ है । कॉलेज और विश्विद्यालय में कर्मियों की भारी कमी है । वर्गो में में बेंच - डेस्क और बिजली तक भी बेहतर सुविधा नहीं है । उन्होंने कहा कि सरकार और माननीय उच्च न्यायलय द्वारा छात्राओं के मुफ्त शिक्षा नीति को लागू करने के आदेश को नजरंदाज किया जा रहा है । कई महाविद्यालय और पीजी विभागो में अभी भी छात्राओं से राशि की उगाही की जा रही है ।
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा की पूर्व परीक्षा नियंत्रक स्व आर पी राजेश द्वारा छात्रहित में बेहतर कार्य किया गया । जिसके परिणाम स्वरूप सत्र में बहुत अधिक सुधार हुआ है । इसलिए बीएनएमयू प्रशासन परिसर में पूर्व परीक्षा नियंत्रक के प्रतिमा को स्थापित कर सम्मानित करे । जिससे आगे आने वाले अधिकारियों के लिय प्रेरणा मिले । वहीं एनएसयूआई जिला महासचिव नवीन कुमार ने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरी नहीं जाती है तब तक अनवरत आंदोलन जारी रहेगा ।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई छत्रनेता, सुमन कुमार, अमरेश कुमार, दिवेश कुमार, ज्योतिष कुमार, जितेंद्र कुमार जीतू, गम्हरिया प्रखंड संयोजक नीतीश यादव, प्रदीप कुमार, सुदर्शन कुमार, प्रवीण कुमार, आशुतोष कुमार, अमित कुमार, बालकिशोर कुमार, राजेश कुमार, मौसम झा, गोपी कुमार, बाबुल कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे ।
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