राहुल कुमार यादव ने कहा कि बिहार सरकार ने हम लोग से पात्रता परीक्षा लेकर सरकारी नौकरी देने की बात कही तथा 2012 - 13 में जाति जनगणना में कार्य करवाया उसके बाद हम लोगों को सड़क पर लाकर छोड़ दिया. अगर सड़क पर लाकर छोड़ना ही था तो परीक्षा क्यों ली गई. मुंगेरीलाल के हसीन सपने क्यों दिखाए गए? सचिव ओमप्रकाश साह ने कहा कि अपनी बातों को सरकार तक कई बार आंदोलन कर पहुंचाया लेकिन मेरी बातों को नजर अंदाज कर दिया जाता फिर हमारी संघ ने हाई कोर्ट का दरवाजा खट खटाया. कोर्ट ने हमारे पक्ष में निर्णय सुनाया। फिर भी सरकार ने उस निर्णय को नजर अंदाज कर रही हैं। जहां चुनावी मेनिफेस्टो में कोई पार्टी युवा को बीस लाख रोजगार देने की बात किया करती थी तो कोई दस लाख नौकरी और दोनों पार्टी की सरकार बिहार में रही और अभी है. वर्तमान बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा था कि मेरी सरकार बनी तो में ए एस वी को उस का हक दिलाऊंगा। लेकिन अभी भी दर दर भटक रहे हैं. रोजगार या नौकरी अगर हम लोगों को हक नहीं मिला तो चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा.
वहीँ कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान ने कहा कि हम लोग आगामी सोमवार को अपनी मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपेंगे जिसमें आने वाले जनगणना में ए एस वी को लिया जाए तथा इस को सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाए। जब जनगणना में शिक्षा को लगाने की बात कही जा रही थी वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा की शिक्षकों को गैरशिक्षण कार्य नही लिया जाएगा, ऐसे में जनगणना का कार्य ए एस वी से लिया जाए।
इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के ए एस वी मोहम्मद आरिफ आलम, नीरज पासवान, संतोष यादव, चितरंजन कुमार, शाहनवाज अहमद फिरदोसी, मंजय कुमार,सोनू कुमार,चंदन कुमार,अरमान आलम,समेत दर्जनों ए एस वी मौजूद थे।
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