भ्रष्टाचार का आरोप लगा आइसा ने किया कुलपति कार्यालय में तालाबंदी

बीएनएमयू में व्याप्त अराजकता, धांधली, भ्रष्टाचार एवं भ्रष्ट अधिकारियों के मनमानी के खिलाफ एवं विभिन्न मांगों को लेकर आइसा कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर तालाबंदी किया. 

छात्र संगठन आइसा ने विभिन्न मांगो को लेकर बंद कर काम काज को ठप कर दिया. जिसमें बीएड (सत्र- 2020-22) द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम अविलंब जारी किया जाय, बीएड (सत्र- 2021-23) प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम अभिलंब जारी किया जाए, स्नातकोत्तर (सत्र- 2019-21) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा फॉर्म भराकर अभिलंब परीक्षा लिया जाय, आगामी पैट- 2021 परीक्षा में स्नातकोत्तर के (सत्र- 2019-21) को शामिल किया जाए. सभी मांगों को लेकर आइसा कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के सभी विभागों में घूम-घूम कर बंद करवाया. सभी कार्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय का तालाबंदी किया साथ ही छात्र नेताओं ने प्रॉक्टर, साइंस स्पेक्टर समेत कई पदाधिकारियों को कुलपति कार्यालय में आने के बाद कुलपति कार्यालय का घेराव कर सभी पदाधिकारियों को बंधक बनाकर जमकर नारेबाजी किया. छात्र नेता भ्रष्ट अधिकारियों के मनमानी एवं दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे. 

बीएनएमयू कुलपति द्वारा अधिकृत प्रॉक्टर से लंबी वार्ता के बाद आश्वासन देने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ. साथ ही कुलपति महोदय के आदेश से प्रॉक्टर ने कहा कि सभी मांगों का जल्द निराकरण किया जाएगा. 

कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे बीएनएमयू आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान ने कहा कि बीएनएमयू के बी.एड विभाग में स्पॉट राउंड में हुए धांधली में लिप्त पाए गए भ्रष्ट अधिकारियों को हटाकर अविलंब परीक्षा परिणाम जारी किया जाए. विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन के भ्रष्ट पदाधिकारियों के चलते बीएड के 1300 छात्रों का भविष्य पूरी तरह से चौपट हो गया है. मामला कोर्ट में लंबित है. साथ ही अरमान अली ने कहा कि बीएनएमयू में भ्रष्ट पदाधिकारियों का बोलबाला है. यहां के कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी जो विश्वविद्यालय को नेक से मान्यता दिलाने के नाम पर सालों साल लूट मचा रखे हैं. 

विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संगठन आइसा के मांगों पर अगर अनदेखी करती हैं एवं दोषियों पर अविलंब कार्रवाई नहीं करती है तो बीएनएमयू में चरणबद्ध आंदोलन होगा एवं छात्र संगठन आइसा आर-पार की लड़ाई लड़ेगी. 

वहीं मधेपुरा के आइसा जिला संयोजक पावेल कुमार ने कहा पैट- 2021 के नाम पर बीएनएमयू में अभी से ही खरीद बिक्री का खेल शुरू है. स्नातकोत्तर फोर्थ सेमेस्टर के छात्रों का परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक लगाना काफी निंदनीय है. 

मौके पर मौजूद RYA के राज्य कार्यकारिणी परिषद सदस्य कुंदन यादव ने कहा बीएनएमयू में छात्रों का भविष्य पूरी तरह से चौपट हो चुका है. यहां पीजी 2 साल का कोर्स 4 साल में भी पूरा नहीं हो पाता है. मौके पर आइसा सुपौल के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार सियोटा ने कहा कि बीएनएमयू में कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी बीएनएमयू कुलपति के छवि को बदनाम करने में लगे हैं एवं साजिश करके छात्रों का भविष्य चौपट करना चाहते हैं जिसे अविलंब हटाया जाए नहीं तो अगले सप्ताह पूरे विश्वविद्यालय का तालाबंदी किया जाएगा. मौके पर मौजूद छात्र जदयू के प्रदेश महासचिव अभिषेक कुशवाहा एवं छात्र जदयू बीएनएमयू नेता निखिल कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि बीएनएमयू के UMIS विभाग की मनमानी इतनी बढ़ गई है छात्रों से बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करती है. यहां छात्रों का आर्थिक और मानसिक, शारीरिक रूप से शोषण किया जा रहा है. 

मौके पर मौजूद एसएफआई जिला सचिव विमल विद्रोही ने कहा कि बीएनएमयू भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन गया है. यहां सभी भ्रष्टाचारी एकजुट होकर छात्रों का शोषण कर रहे हैं. मौके पर मौजूद आइसा बीएनएमयू मीडिया प्रभारी नेता राजकिशोर राज ने कहा छात्र संगठन आइसा अगले महीने अब बीएनएमयू का पूर्ण तालाबंदी करेगी. 

मौके पर रोशन राणा, मुकेश कुमार, फारुक आलम, दीपक कुमार, निर्मल कुमार सरवन कुमार, पप्पू कुमार, मिथुन कुमार मनीष,मंजेश कुमार, पप्पू कुमार, सोहन कुमार, मो. सोनू, मिक्कू कुमार, सज्जाद आलम, अजय कुमार, दिलशाद आलम, भावेश कुमार, राकेश कुमार, रितेश कुमार आप ही लगभग 50 से अधिक छात्र मौजूद थे.

भ्रष्टाचार का आरोप लगा आइसा ने किया कुलपति कार्यालय में तालाबंदी भ्रष्टाचार का आरोप लगा आइसा ने किया कुलपति कार्यालय में तालाबंदी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 21, 2022 Rating: 5

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