इस बावत प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार को बसनबाड़ा गांव स्थित दुर्गा मंदिर में बलि प्रदान को लेकर मुखिया प्रतिनिधि अपने समर्थकों के साथ आए हुए थे. बसनवाड़ा मंदिर के वे अध्यक्ष भी हैं. बलि प्रदान को लेकर मंदिर परिसर में जैसे ही मंदिर के सीढ़ी पर चढ़ने लगे कि इसी दौरान अपराधी जो मुंह पर गमछा लिए हुए थे अचानक मुखिया प्रतिनिधि पर फायरिंग करने लगे. जिससे एक गोली उनके बाएं हाथ के कोहनी एवं एक गोली बाह में लगी जो कि दोनों गोली हाथ में ही फंसा रह गया. वहीं बचाव के लिए आए समर्थक महेश्वर सिंह के तलहटी में भी एक गोली लगी जो छेद करते हुए निकल गयी. जिसके बाद आसपास के लोगों के द्वारा आनन-फानन में मुखिया प्रतिनिधि एवं समर्थक को आलमनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार करते हुए दोनों को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया.
वहीं पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला से पूरे प्रखंड क्षेत्र में भय एवं आक्रोश का माहौल व्याप्त है. इस बावत मुखिया संघ के अध्यक्ष रमेश कुमार रमन, खापुर पंचायत के मुखिया राहुल कुमार, सिंहार पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मंटू सिंह, रतवारा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रामलाल सिंह, इटहरी पंचायत के मुखिया राजेश सिंह, घटनास्थल पर पहुंचकर जख्मी मुखिया प्रतिनिधि रामानंद सिंह एवं समर्थकों का हालचाल जाना एवं आक्रोश व्यक्त करते हुए मुखिया संघ के अध्यक्ष रमेश कुमार रमन ने बताया कि आज पंचायत के मुखिया जब सुरक्षित नहीं है तो आम लोग क्या सुरक्षित होगा. उन्होंने कहा कि मुखिया को जान माल की सुरक्षा की गारंटी मिले और इस घटना में शामिल दोषियों की जल्द से जल्द धरपकड़ हो तथा मामले की निष्पक्षता से जांच हो. प्रखंड के सभी मुखिया पीड़ित मुखिया प्रतिनिधि के साथ हैं और हम न्याय दिलाने के लिए चुप नहीं बैठेंगे.
वहीं मुखिया प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला की सूचना मिलते ही पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आलमनगर पहुंचे जिससे अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 17, 2022
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