बता दें हर वर्ष की भांति इस वर्ष गांव के युवाओं ने विलुप्त होती जा रहे अभिनय का मंचन किया. जहां एक दर्जन से अधिक युवाओं ने इस नाटक में भाग लेकर अपना अपना कला का किया प्रदर्शन. साथ ही गरीबों को जीने दो नाटक के माध्यम से सामाजिक सरोकार को दिया बढ़ावा. वहीं इस मौके पर भाकपा के राष्ट्रीय नेता सह महागठबंधन के संयुक्त सचिव प्रमोद प्रभाकर ने स्थानीय दर्शक को संबोधित करते हुए कहा कि जो प्रथा समाज से विलुप्त होती जा रही थी आज उसे स्थानीय युवाओं ने एक बार फिर से जिंदा कर सामाजिक सरोकार को बढ़ावा दिया है जो कबीले तारीफ है.
उन्होंने दर्शक समेत मेला कमिटी के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस मौके पर गांव के निचले पायदान पर बैठे गरीब परिवार के तीन बच्चों ने मैट्रिक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है जिन्हें सम्मानित भी किया गया. इस अवसर पर इन्द्र्जीत सिंह, भूषण सिंह, रौशन सिंह, गोपाल, बमबम, विमल, गौरव,नरेन्द्र सिंह,रंजीत कुमार, राजेश आदि मौजूद थे.

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