बिहार न्यायिक सेवा के जब ताज़ा परिणाम सामने आए तो मधेपुरा जिला भी चर्चा में रहा. पांचवें पोजीशन पर रही पायल मिश्रा का भी कनेक्शन जहाँ मधेपुरा से होने की जानकारी मिली है वहीँ जिले के गम्हरिया प्रखंड और पंचायत के वार्ड सं 1 निवासी दीप नारायण यादव उर्फ मोहनी यादव एवं सत्यभामा देवी के पुत्र अमित कुमार उर्फ आशुतोष ने 31वीं बिहार न्यायिक सेवा की परीक्षा में बाजी मारी है. रिजल्ट आते ही परिवार सहित समूचे पंचायत में खुशी का माहौल है ।
मध्यम वर्गीय किसान परिवार में जन्मे अमित बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर जज बनेंगे और इस बात से उन्होंने सिर्फ अपने माता पिता ही नहीं प्रखंड सहित जिले नाम रौशन किया है. अमित पाँच भाई बहन हैं, अमित से दो बहनें बड़ी है और एक बहन छोटी है और एक छोटा भाई है. अमित तीन बहन और दो भाई हैं. अमित की प्रारम्भिक शिक्षा गाँव से शुरू हुई. वर्ष 2009 नवोदय से 10वीं पास किया और वर्ष 2011 में 12वीं पार्वती साईन्स कॉलेज मधेपुरा से पास करने बाद अमित ने वर्ष 2016 में चाणक्य विधि विश्वविद्यालय पटना से पाँच साल के लॉ की पढ़ाई की और वर्ष 2017-19 में दिल्ली विश्वविद्यालय से LLM (मास्टर्स इन लॉ) किया.
पर अमित यहीं नहीं रुके. उन्होंने बिहार इन्स्टीच्युट ऑफ लॉ कॉलेज, पाटलीपुत्रा विश्वविद्यालय में सहायक शिक्षक पद पर फरवरी- 2020 से नवम्बर 2021 तक कार्य किया और फिर बिहार मद्य निषेध विभाग में विधि परामर्शदायी के रूप में पदस्थापित हुए. फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज में सहायक शिक्षक पद पर कार्यरत हुए. इस बार इन्हें 31वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में जेनरल कोटि में 58 वां रैंक प्राप्त हुआ. उल्लेखनीय है कि अमित ने 30 वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा लिखित भी पास किया था, लेकिन मौखिक परीक्षा में कम अंक प्राप्त होने के कारण उस वक्त चयन नहीं हो सका, पर सच है कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
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