धक्का मार गाड़ी के भरोसे पुलिसकर्मी, कैसे होगी सुरक्षा जनता की ?

मधेपुरा जिला के घैलाढ़ थाना की एकमात्र सरकारी जीप धक्का लगने से स्टार्ट होती है. जीप की स्थिति जर्जर हालत में है, ऐसी गाड़ियां कब धोखा दे जाए इसका कोई ठिकाना नहीं. 

घैलाढ़ ओपी क्षेत्र अंतर्गत 6 पंचायतों मिलाकर कुल आबादी 90 हजार से एक लाख के आसपास हैं. इसके सुरक्षा के लिए पुलिस को एकमात्र धक्कामार जीप पुलिस प्रशासन की पोल खोलने के लिए काफी है. सोचनीय बात है कि जिन पुलिसकर्मियों पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है वहीं पुलिस असुरक्षित और जर्जर वाहन से गस्ती करने के लिए मजबूर हैं. ऐसे में कभी इमरजेंसी सूचना पर पुलिस निकले और गाड़ी खराब हो जाए तो यह सोचने वाली बात है कि आखिर उस समय क्या होगा. जबकि घैलाढ़ ओपी में शुरुआती समय से ही गाड़ी के मामले में स्थिति बहुत दयनीय है. 

लेकिन विभाग से इसे ठीक कराना तो दूर पदाधिकारी इस और ध्यान देना भी उचित नहीं समझते हैं. इसमें सुधार की आवश्यकता है ताकि क्षेत्र के आम जनों की सुरक्षा हो सके. वहीँ पुलिस अधिकारी अधिक बताने से इनकार करते हुए गाड़ी के बारे में बताया कि स्थिति देख ही रहे हैं, कई बार विभाग से आग्रह किया गया है लेकिन जो है उसी में काम चला रहे हैं।

धक्का मार गाड़ी के भरोसे पुलिसकर्मी, कैसे होगी सुरक्षा जनता की ? धक्का मार गाड़ी के भरोसे पुलिसकर्मी, कैसे होगी सुरक्षा जनता की ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 15, 2022 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.