प्रखंड संसाधन सेवी पवन कुमार के द्वारा बताया गया कि जिस लक्षित परिवार को व्यवसाय दिये दो वर्ष से ऊपर हो गया है उन्हें व्यावसायिक साक्षरता के गुणों में निपुण करवा कर ग्रेजुएशन कराया जाता है। ताकि उन लाभार्थी को व्यवसाय संबंधित पूर्ण जानकारी तथा स्वयं से अपने व्यवसाय को चलाने में दक्ष बनाने के उद्देश्य से ये प्रशिक्षण के पश्चात प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। सभी लक्षित परिवारों के सर्वांगीण विकास के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई । जैसे- पांच साल से छोटे बच्चों का टीकाकरण , बच्चों को नियमित स्कूल भेजना , साफ सफाई पर ध्यान देना , स्वच्छ पेय जल , अन्य सरकारी योजनाओं से जुड़कर , नियमित बचत और पौषटिक आहार की जानकारी दी गई ।
इस कार्यक्रम में प्रखंड परियोजना प्रबंधक नीरज कुमार मिश्रा के द्वारा बताया गया कि परियोजना से जुड़कर दीदी स्वरोजगार के माध्यम से समाजिक और आर्थिक रुप से सषक्त हो रही है ।इसलिए सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत मिशन स्वावलंबन माह में 75 चैंपियन दीदियों को निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के आलोक में मिशन स्वावलंबन उत्सव दिवस मनाया गया । इस दौरान सभी दीदियों को क्रमिक वृद्धि कार्य नीति के लिए संकुल संघ की तरफ से प्रमाण - पत्र के साथ फलदार पौधा देकर सम्मानित किया।
ज्ञात हो कि कुमारखण्ड में सतत जीविकोपार्जन योजना हेतु कुल 488 अत्यंत निर्धन परिवारों का चुनाव ग्राम संगठन स्तर से किया गया था। जिसमें 159 दीदियों को क्रमिक वृद्धि कार्य नीति के लिए प्रमाण पत्र दिया जाना है । इस अवसर पर जिला से जिला से , सतत जीविकोपार्जन नोडल निशांत आनंद , जिला संसाधन सेवी राजेश कुमार , प्रखंड परियोजना प्रबंधक कुमारखंड नीरज कुमार मिश्रा, प्रखंड संसाधन सेवी पवन कुमार , जीविकोपार्जन विशेषज्ञ सुभाष कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक दिलीप कुमार आज़ाद, आदित्य नाथ पासवान, सभी सामुदायिक समन्वयक , सभी एमआरपी, सभी संकुल संघ के अध्यक्ष एवं सचिव दीदी तथा दीदी के अलावा अन्य कैडर भी मौजूद थे।
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

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