इसी कड़ी में सामाजिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्था सृजन दर्पण के बाल कलाकारों ने बेहतरीन नृत्य नाटिका की जरिए राधा कृष्ण के शाश्वत प्रेम को जीवंत मंचन से साकार रूप दिया. कलाकारों ने अभिनय से यह दिखाने का प्रयास किया कि राधा और कृष्ण हमारे लोक मानस में विशुद्ध मानवीय प्रेम का आदर्श रूप है. इसके माध्यम से समस्त मानवीय श्रृंगारिक भावनाओं को एक परिष्कृत आधार मिलता है. यही प्रेम सृष्टि का मूल है. इसी नैसर्गिक कोमलतम प्रेम भाव को राधा के अभिनय में आंकाक्षा प्रिया एवं कृष्ण के किरदार में आर्यन राणा ने नृत्य नाटिका के मार्फत अपने संदेशप्रद प्रस्तुति से मौजूद दर्शकों को दिखाने का सफल प्रयास किया. इसका निर्देशन युवा रंगकर्मी और निदेशक बिकास कुमार ने किया. बाल कलाकारों के मंचन को देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गये.
कार्यक्रम में गायक दिलीप कुमार एवं रंजीत कुमार के युगलबंदी को दर्शकों ने खूब सराहा. देर रात कई भजन की प्रस्तुति देकर दिल जीत लिया. वहीं सुरीली आवाज के धनी नवोदित गायिका शिवाली ने भी एक से बढ़कर एक भजन की प्रस्तुति के साथ अपनी आवाज में गाये यशोमती मैया से पूछे.... गीत की प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया.
नृत्य नाटिका की प्रस्तुति को सफल बनाने में सृजन दर्पण की सदस्या डिंपल यादव एवं कल्पना कुमारी ने अहम भूमिका निभायी. नृत्य नाटिका के अंत में वरीय अधिवक्ता आयोजन समिति के गणेश चंन्द्र यादव एवं आयोजक अशोक कुमार ने सभी कलाकारों को सम्मानित भी किया. दर्शकों ने देर रात तक कार्यक्रम का आनंद लिया. मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
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